छात्रों के समूह द्वारा विश्वभारती विश्वविद्यालय के कुलपति (वी-सी) बिद्युत चक्रवर्ती के खिलाफ एक पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। छात्रों का आरोप है वीसी को रैली में प्रतिभागियों से कथित तौर यह कहते सुना जा सकते है कि वे छात्रो खुराख देने की बात कर रहे है।
साथ ही एक और व्यक्ति यह कहता है कि बिना उनकी अनुमति के वह किसी छात्र को कोई खुराख नहीं दे सकता है अर्थात इसका मतलब यह है कि छात्रो में जो हमले हुए थे उसमे कुलपति की भागी दारी थी।
ऐसा कहा जा रहा है कि यह वीडियो 7 जनवरी को शूट किया गया है जिसके एक दिन पूर्व CAA -NRC के खिलाफ सेमिनार को रद्द किया गया था। द संडे एक्सप्रेस अखबार ने लिखाता है की विवि के जनसम्पर्क अधिकारी से बात किया गया है।
पीआरओ, अनिर्बान सरकार ने इस बात से इनकार किया कि यह वीडियो में चक्रवर्ती था।”क्लिपिंग में आवाज हमारे कुलपति की आवाज नहीं है। यह एक प्रचलित वीडियो है। यह विश्वविद्यालय की छवि को बर्बाद करने के लिए बनाया गया है, ”
वीडियो जो 7 जनवरी के दौरान चक्रवर्ती की अगुवाई में शूट किया गया लगता है, विश्वविद्यालय में वीसी कुछ लोगों की तस्वीरें मांगते हुए दिखाई देते हैं। जिसके लिए एक जवाब आता है कि सभी नाम और तस्वीरें उसे प्रदान की जाएंगी।
इसके बाद, वीसी को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है, “एकतु ओसुद दियौ ना (उन्हें कोई दवा दें, नहीं),” जिस पर जवाब आता है, “आपके हरे संकेत के बिना, हम कुछ नहीं कर सकते, नहीं।” अन्य आदमी स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं दे रहा है।
JNU में हुयी हिंसक घटना के बाद विवि में यह सवाल उठने लगे की आखिर छात्रो की सुरक्षा का जिम्मा किसके हांथा है। ऐसे में विवि के कुलपति का यहाँ कथित वीडियो विवि सुरक्षा व्यस्था पर सवाल खड़ा करता है।