यरुशलम, 30 मार्च (भाषा) इजराइल में तेल अवीव के निकट मंगलवार शाम को गोलीबारी में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। पिछले सात दिनों में इजराइल में इस तरह का यह तीसरा हमला है, जिससे हाल में इस तरह के आतंकी हमलों में मरने वालों की संख्या 11 हो गई है।
इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने एक कड़े संदेश में इस तरह के हमलों से ‘‘कड़ाई से’’ निपटने का संकल्प जताया। हमलों के बाद इजराइल की पुलिस अलर्ट पर है। बेनेट ने एक बयान में कहा, ‘‘इजरायल घातक अरब आतंकवाद का सामना कर रहा है। सुरक्षा बल इस पर काबू पाने का काम कर रहे हैं। हम दृढ़ता, तत्परता और कड़ाई से आतंकवाद से लड़ेंगे।’’
इजराइल के प्रधानमंत्री ने संकल्प जताते हुए कहा, ‘‘वे हमें यहां से नहीं हटाएंगे। हम जीतेंगे।’’
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि गोलीबारी तेल अवीव के पास स्थित बनी ब्राक में दो अलग-अलग इलाकों में हुई। बताया जाता है कि पीड़ितों में से एक पुलिस अधिकारी है, जो हमलावर को रोकने की कोशिश कर रहा था, जबकि बाकी आम नागरिक थे।
प्रधानमंत्री के विदेश मीडिया सलाहकार ने एक बयान में कहा कि इजराइल के प्रधानमंत्री बेनेट ने मंगलवार शाम को बनी ब्रैक और रमत गन में आतंकवादी हमलों की घटनाओं पर चर्चा करने के लिए एक सुरक्षा मंत्रणा बैठक आयोजित की। बयान में कहा गया, ‘‘बैठक में सुरक्षा बलों द्वारा उठाए जाने वाले कदमों पर भी चर्चा की गई।
’’बेनेट बुधवार दोपहर राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की मंत्रिस्तरीय समिति (सुरक्षा कैबिनेट) की बैठक बुलाएंगे। रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री, सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री, इजराइल रक्षा बल (आईडीएफ) के चीफ-ऑफ-स्टाफ, इजराइल सुरक्षा एजेंसी के निदेशक, इजराइल पुलिस महानिरीक्षक, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के निदेशक, प्रधानमंत्री के सैन्य सचिव, आईडीएफ खुफिया निदेशालय के प्रमुख, आईडीएफ संचालन निदेशालय के प्रमुख और कुछ अन्य अधिकारियों ने चर्चा में हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक रिकॉर्डेड संदेश में बेनेट ने कहा कि ये इजराइल के लिए मुश्किल वक्त हैं लेकिन दृढ़ संकल्प के साथ हम इस बार भी जीत हासिल करेंगे। इजराइल के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हर कुछ वर्षों में इजराइल आतंकवाद की लहर से निपट रहा है। कुछ समय की शांति के बाद, हमें तबाह करने की मंशा रखने वाले लोग हिंसक वारदात करते हैं, ऐसे लोग हमें किसी भी कीमत पर चोट पहुंचाना चाहते हैं, जिन्हें इजराइल राष्ट्र के यहूदियों से नफरत है, यही उन्हें ऐसा करने के लिए उकसाता है। वे मरने के लिए तैयार हैं – ताकि हम शांति से न रहें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इजराइल के सुरक्षा बल दुनिया में सबसे बेहतरीन हैं। वे हर कार्य के लिए तैयार हैं और पिछली बार की तरह इस बार भी हम जीतेंगे।’’
आतंकी हमले के कुछ फुटेज सामने आए हैं जिनमें हमलावर राइफल से लैस एक स्टोर में प्रवेश करते दिखते हैं और एक युवक पर गोलियां चलाते हैं, जो पास की एक इमारत में भागता दिखाई देता है। इसके बाद हमलावर ने बाइक पर सवार एक अन्य व्यक्ति पर अपनी राइफल से निशाना साधा, लेकिन निशाना चूक गया और फिर उसने एक गुजरती कार पर गोली चला दी। शुरुआती गोलीबारी के बाद कार रुक गई, तभी हमलावर कार के करीब आ गया और उसने कार की खिड़की से चालक पर गोली चला दी, जिससे कार चालक की मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि हमलावर को एक पुलिस अधिकारी ने घटनास्थल पर ही गोली मार दी थी। हमलावर का नाम दिया हमरशेहा है, जो वेस्ट बैंक में जेनिन के पास याबाद का 26 वर्षीय फलस्तीनी है। वह स्पष्ट रूप से अवैध रूप से इजराइल में रह रहा था।
बताया जाता है कि उसे 2013 में इजराइल ने सुरक्षा संबंधी अपराधों के लिए गिरफ्तार किया था और उसे छह महीने की सजा भी हुई थी।
रमत गन के महापौर कार्मेल शमा-हकोहेन ने बहुत जरूरी नहीं होने पर शहर के निवासियों को अपने-अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है। इस बीच इजराइल की पुलिस अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है। पिछले एक सप्ताह में दक्षिणी शहर बेर्शेबा और उत्तरी शहर होलोन में इजराइल में दो और आतंकी हमले हुए हैं।
रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के चीफ ऑफ स्टाफ, शिन बेट सुरक्षा सेवा के प्रमुख, सैन्य खुफिया प्रमुख और सेना के संचालन विभाग के प्रमुख के साथ घटना का परिस्थितिजन्य मूल्यांकन किया। हमले को लेकर इजराइली सुरक्षा कैबिनेट बुधवार को बैठक करेगी।
गाजा पट्टी में हमास के एक अधिकारी ने कहा कि संगठन इस ‘‘साहसिक अभियान का स्वागत करता है, जो फलस्तीनी लोगों के खिलाफ कब्जे के अपराधों के विरोध में एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है।’’ उन्होंने नेगेव शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘यह दक्षिण में आयोजित शर्मनाक शिखर सम्मेलन का भी त्वरित जवाब है।’’
हालांकि, अब तक किसी भी संगठन ने गोलीबारी की जिम्मेदारी नहीं ली है। फलस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि ‘‘ऐसे वक्त में जब हम स्थिरता के लिए प्रयास कर रहे हैं’’, तब रमजान, फसह और ईस्टर से पहले इजराइल और फलस्तीनी नागरिकों की हत्या की इन घटनाओं से हालात और खराब हो सकते हैं।