मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने टीआरपी घोटाले की जांच करते हुए, हंसा रिसर्च ग्रुप के एक पूर्व कर्मचारी विनय त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश के मिजार्पुर से गिरफ्तार किया है।
ये गिरफ्तारी सोमवार शाम को हुई। त्रिपाठी मामले में गिरफ्तार होने वाले पांचवां व्यक्ति है। उसे मिजार्पुर में स्थानीय अदालत में मंगलवार को पेश किया जाएगा, जिसके बाद ट्रांजिट रिमांड पर लेकर उसे मुंबई ले जाया जाएगा।
त्रिपाठी हंसा में काम करता था और दो साल पहले उसने नौकरी छोड़ दी थी। वह इस मामले में गिरफ्तार विशाल भंडारी के संपर्क में था और भंडारी को उन घरों में रहने वाले लोगों को पैसे बांटने के लिए देता था जहां बैरोमीटर लगाए गए थे। इससे पहले, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था जिसमें हंसा के पूर्व कर्मचारी 20 वर्षीय विशाल भंडारी भी शामिल है।
सुशांत सिंह की तरह हाथरस काण्ड पर मीडिया ट्रायल सच्चाई से भटकाने का गाढ़ा जा नरेटिव
उत्तर प्रदेश केहाथरस कांड को लेकर जहां एक तरफ राजनीति हो रही है वंही प्रशासन अपनी नकामी छुपाने के लिए अब राजनेताओ के साथ मिलकर मीडिया ट्रायल के जरिये नरेटिव गढ़ रहा है जो काफी शर्मनाक है।
कुछ पार्टी से जुड़े हुए पत्रकार और पार्टी के लोग ही पीड़ित परिवार का स्ट्रिंग ऑपरेशन कर रहे है। जिसका कथित वीडियो चैनल दिखा रहे है वंही कई चैनल तो पीड़ित परिवार को ही दोषी ठहरा दिया है।
हालांकि उत्तर प्रदेश हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने घटना का संज्ञान लिया और मामला दर्ज करवाया है। वंही लोगो पीड़ित परिवार के समर्थन में लोग प्रदर्शन कर रहे है न्याय की मांग कर रहे है।
ऐसे में प्रियंका गांधी ने कहा सरकार के संरक्षण में जातिगत राजनीती की घोर निंदनीय कार्य का उद्धरण सामने है जहाँ बेटी को न्याय दिलाने के लिए नहीं लेकिन बेटी को बदनाम करने के लिए कार्य किया जा रहा है।