गोपालगंज : वामपंथी नेता को सीएए और एनआरसी (CAA and NRC) का विरोध करना उस वक़्त महंगा पड़ गया, जब वे जनजागरुकता अभियान के तहत गांव-गांव जाकर लोगों को सीएए और एनआरसी के विरोध के बारे बता रहे थे।
इसी अभियान के दौरान गांंव के कुछ युवकों ने इस वामपंथी नेता को वापस जाने को कहा. जब युवाओं के विरोध के बावजूद ये नेता लोगों को समझाने लगे तो युवकों ने उन्हें खदेड़ दिया।
वामपंथी नेता को वापस खदेड़ने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें युवक ये बोलते हुए नजर आ रहे हैं कि वे सीएए और एनआरसी का समर्थन करते हैं। यहां नेताजी देश-विरोधी काम न करें और वापस लौट जाएं।
बताया जाता है कि यह वीडियो 16 जनवरी का है और इस वीडियो में जिस नेता का विरोध कर उन्हें खदेड़ा जा रहा है, उनका नाम विद्या सिंह कुशवाहा है. वह भाकपा-माले के गोपालगंज इकाई के वरिष्ठ नेता हैं।
वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि जब भाकपा-माले के नेता विद्या सिंह जनजागरुकता अभियान रथ को लेकर कुचायकोट के बघउच मोड़ पहुंचकर वहां माइक से लोगों को सीएए और एनआरसी के विरोध में कुछ बता रहे हैं।
उसी वक्त कुछ युवक उनके पास आ जाते हैं और उन्हें सीएए और एनआरसी का समर्थन करने की बात कहते हुए वापस चले जाने की बात कहते हैं। युवाओं के विरोध के बाद भी जब नेताजी वापस नहीं जाते हैं।
तब युवाओं का गुस्सा भड़क जाता है और नेताजी को देश-विरोधी काम न करने का हवाला देते हुए उनके माइक को बंद कर जल्द वापस लौटने को बोलते हैं। युवाओं के गुस्से को देखते हुए नेताजी को समय से पहले जाना पड़ा।