जुल्म-ज्यादती पर जुबां खोलेगा कौन
हम भी चुप हो गए तो फिर बोलेगा कोन
दरअसल मामला कानपुर देहात जनपद के रसूलाबाद कोतवाली क्षेत्र का है पत्रकार रसूलाबाद विकास खण्ड समाचार संकलन के लिए जा रहा था तभी रास्ते मे यस यस जी हेल्थ केयर सेंटर पर पिस्टल लगाए एक व्यक्ति का अस्पताल के कर्मचारियों से विवाद चल रहा था विवाद होते देख पत्रकार ने वीडियो बनाया और जरूरी जानकारी हासिल करने मौके पर पहुंचा तो पिस्टल लगाए हुए व्यक्ति ने अस्पताल में व्यवस्थाएं न होने और मरीज के साथ गैर जिम्मेदाराना व्यवहार और कर्मचारियों की अभद्रता की जानकारी दी इसे देख अस्पताल के कर्मचारी आग बबूला हो गए और पत्रकार के हाथों से मोबाईल छीन मारपीट करने लगे किसी तरह से पत्रकार ने भाग कर अपनी जान बचाई और मामले की शिकायत रसूलाबाद कोतवाली में की लेकिन पुलिस है कि पत्रकार की तहरीर पर कार्यवाही करने की बजाय अस्पताल संचालक की ओर से आने वाली कम्प्लेन का इंतजार कर रही है रसूलाबाद कोतवाली में तैनात प्रशिक्षु सीओ शिव ठाकुर ने कहा अस्पताल संचालक के द्वारा शिकायत मिलने पर मामला दर्ज होगा रसूलाबाद कोतवाली पुलिस का गैर जिम्मेदाराना रवैया पुलिसिया कार्यवाही पर प्रश्नचिन्ह भी खड़ा करता है कि आखिर पीड़ित की शिकायत पर एक्शन न लेना और आरोपी पक्ष की शिकायत का इंतजार करना कोतवाल कम और अस्पताल संचालक का एजेंट ज्यादा बने होने की ओर इशारा कर रहा है
पत्रकार की हालत बिगड़ते देख साथी पत्रकारों ने पीड़ित को रसूलाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहाँ हालात गम्भीर देख प्राथमिक उपचार के बाद कानपुर हैलट अस्पताल रिफर कर दिया गया
फाइनल वीओ – पत्रकार के साथ मारपीट का मामले में जब रसूलाबाद पुलिस ने कार्यवाही नही की तो मामले ने तूल पकड़ा और जिले के पत्रकारों ने पुलिस के जिम्मेदारों को घटना की जानकारी और रसूलाबाद कोतवाली में तैनात प्रशिक्षु सीओ शिव ठाकुर की करगुजा री ट्वीट के माध्यम से दी जिम्मेदारों ने मामला दर्ज कर कार्यवाही के निर्देश दिए लेकिन रसूलाबाद कोतवाली में तैनात प्रशिक्षु सीओ के लिए ये सभी आदेश महज एक मजाक लगे या यूं कहें कि प्रशिक्षु सीओ ने आदेशो को मजाक बना रखा है।