बरेली : बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेस की ओर से ओरल हेल्थ माह के तहत बच्चों के मुख स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्यजीत ने बताया कि लोग मुख स्वास्थ्य का ध्यान रखने के प्रति लापरवाही करते हैं, लेकिन यह अनदेखी उन्हें कैंसर रोगी बना सकती है। मुंह का कैंसर (ओरल कैंसर) वह कैंसर है, जो मुंह या गले के ऊतकों में होता है। मुंह के कैंसर में होंठ, जीभ, गाल, मुंह का नीचे का हिस्सा, कठोर और नरम तालू, साइनस, और गले के कैंसर शामिल हैं। यदि इनका सही समय पर निदान और उपचार न किया जाए तो यह जानलेवा हो सकते हैं।
मुंह का कैंसर होना अब बहुत ही सामान्य है और अगर इसका पता जल्दी चल जाए तो आसानी से इलाज भी किया जा सकता है, अगर आप नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाते हैं तो आमतौर पर वह मुंह के कैंसर को शुरुआती चरणों में ही पकड़ लेते हैं। बच्चों को मुंह का कैंसर हो सकता है, लेकिन यह बहुत ही असामान्य है। बच्चों के मुंह में होने वाली 10 में से 9 से अधिक वृद्धि कैंसरग्रस्त नहीं होती हैं। मुंह में या होठों पर घाव जो ठीक नहीं हो रहा हो, होंठ,जीभ में गांठ, त्वचा मोटी होना, मुंह में सफेद या लाल धब्बे, रक्तस्राव, दर्द आदि मुंह के कैंसर के लक्षण हैं।