जनपद की सदर कोतवाली में समाज कल्याण अधिकारी बनकर जालसाज ने एक चार पहिया वाहन किराये पर लेकर उसे…
महोबा। जनपद की सदर कोतवाली में समाज कल्याण अधिकारी बनकर जालसाज ने एक चार पहिया वाहन किराये पर लेकर उसे चलवाता रहा। वाहन स्वामी के भुगतान मांगने पर हीलाहवाली कर टालने लगा। वाहन स्वामी ने विभाग में जाकर पता किया तो उसके फर्जी अधिकारी होने की जानकारी हुई। मामले का पता चलते ही पीड़ित ने फर्जी अधिकारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है।
जनपद मुख्यालय के मकनियापुरा निवासी रजा अंसारी ने बताया कि वह अपने चार पहिया वाहन को भाड़े पर चलाता है। जनवरी माह में वह आल्हा चौक पर खड़ा था, तभी सुनील कुमार नाम युवक आया और खुद को वरिष्ठ सहायक अधिकारी समाज कल्याण विभाग बताते हुए चार पहिया वाहन को 70 हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से भाड़े पर लगाने को 29 जनवरी 2024 को बुक कराया। उसका अनुबंध पत्र भी तैयार कराया। फिर उसी वाहन से गांव-गांव जाकर प्रधानों से ग्रामीणों के आवास के बारे में जानकारी हासिल करता रहा। जगह-जगह जाने में गाड़ी में डीजल आदि का खर्च वाहन मालिक स्वयं अपनी जेब से करता रहा।
पीड़ित ने बताया कि फर्जी अधिकारी कभी ऑफिस नहीं जाता था, क्योंकि वह काम का प्रेशर बताकर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपने की बात कहता था। फर्जी अधिकारी होली में छुट्टी का बहाना बनाकर घर निकल गया और फिर मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा है। उसके ना आने पर समाज कल्याण विभाग में जाकर पता किया तब उसके नाम का कोई बाबू या अधिकारी नहीं होने का खुलासा हुआ। खुद के साथ सुनील कुमार द्वारा फर्जी अधिकारी बनकर फर्जीवाड़ा की पोल खुलने पर वाहन स्वामी हैरान रहे गया और उसने थाने में तहरीर देकर शिकायत की।
सदर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वाहन स्वामी रजा अंसारी की तहरीर पर फर्जी अधिकारी बनने और धोखाधड़ी समेत और धाराओं में सुनील कुमार नामक व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रकरण की जांच करते हुए कार्रवाई अमल में लाई जाएगी