संतकबीरनगर। भारत सरकार की संस्था राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद तथा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एडवांस्ड स्टडीज की ओर से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में पांच दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने पटकथा लेखन और कठपुतली निर्माण के गुर सीखे।

कठपुतली विशेषज्ञ श्रीनारायण श्रीवास्तव और अमन मौर्य ने रद्दी कागज से कठपुतली बनाना और उनके मंचन किया कला के बारे में शिक्षकों को बताया । कार्यशाला में शिक्षकों को बताया गया किस प्रकार विज्ञान जैसे जटिल विषयों को बच्चों में कठपुतली नाटक के जरिए सफलता से समझाया जा सकता है ।

वहीं प्रतिभागियों ने पर्यावरण, स्वास्थ्य, कृषि आदि विषयों पर पुतुल नाटक तैयार किया । आज कार्यशाला का दूसरा दिन रहा जिसमें अध्यापकों ने भी कठपुतली मंचन किया . साथ ही कठपुतली संवाद में स्थानीय बोली के जरिए लोगों से प्रत्यक्ष रूप से कैसे जुड़ा जाये आदि विषयों पर चर्चा किया ।
। विज्ञान संचारक डा. अनूप चतुर्वेदी, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के सीनियर रिसर्च फेलो रंजीत कुमार, डायट के वरिष्ठ प्रवक्ता संतोष कुमार मिश्र, विज्ञान संचारक संतोष त्रिपाठी आदि लोप उपस्थित रहे ।