पंजाब की राजनीति में काफी दिनों से उथल पुथल के बाद आखिरकार सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। कैप्टन तकरीबन साढ़े चार बजे राजभवन पहुंचे और वहां पर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
उन्होंने कहा कि बार-बार विधायकों की बैठकें बुलाई जा रही हैं मुझे लगता है कि आलाकमान को संदेह है कि मैं राज्य की सत्ता चला नहीं पा रही हूं इसी वजह से बार-बार विधायकों की बैठक बुलाई जाती है। कैप्टन ने कहा कि मैं अपमानित महसूस कर रहा था। मेरे सामने बिना मुझको बताए विधायक दल की बैठक बुलाई जाती है ये एक सीएम का अपमान है।
उन्होंने राज्यपाल को न केवल अपना इस्तीफ़ा सौंपा बल्कि काउंसिल ऑफ़ मिनिस्टर्स यानी पंजाब कैबिनेट का भी इस्तीफ़ा सौंप दिया। उनके इस्तीफ़े की जानकारी उनके बेटे रनिंदर सिंह ने सोशल मीडिया पर दी।
राजभवन से बाहर निकलने के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को सवेरे ही सूचित कर दिया था कि वो अपना इस्तीफ़ा सौंपने जा रहे हैं और कांग्रेस जिसे चाहे उसे प्रदेश का सीएम बना सकती है।