21वीं सदी के भारत में वह सब कुछ देखने को मिल रहा है जो मध्यकालीन भारत में हुआ करता था जाति के नाम पर महिला का शव चिता सजने के बाद चिता से उतरवा लिया गया था क्योंकि महिला नट जाति की थी और शमसान सवर्ण क्षत्रियो का आगरा कि यह घटना देश ही नहीं विदेश में भी वायरल हुयी।
अब मेरठ में झूठा कर्ज दिखाकर किसी को बंधुआ मजदूर की तरह कार्य कराने के लिए बाध्य करने पर मजदूर द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है। मामला मेरठ के थाना टीपी नगर के संजय कॉलोनी का है। यहाँ जितेंद्र कुमार (35) गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स पर पिछले 5 वर्षो से सेल्स मैन का कार्य करता था। जिसने 5 अगस्त को दोपहर 1 : 45 पर अपने कमरे के फंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली।
जिंतेंद्र के जेब में एक पत्र मिला है जिसमे आत्महत्या के लिए गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स के मालिक सचिन सिंघल व् संदीप सिंघल को जिम्मेदार ठहराया गया है। मृतक के पिता जगजीवन राम ने पुलिस FIR में बताया है ” मेरा बड़ा बेटा जितेंद्र कुमार (35) पिछले पांच वर्षो से गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स पर सेल्स मैन का काम करता था। हाल में मालिक से पैसे के लेन -देन को लेकर उसे नौकरी से निकाल दिया इतना ही नहीं उसे पिछले एक माह की सैलरी भी नहीं दिया और ऊपर फर्जी तरीके से 7 लाख कर कर्ज लाद दिया।
जिसके बाद गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स के सचिन सिंघल व संदीप सिंघल ने उसे कहा था कि तुमको काम हमारे यंहा ही करना होगा क्योंकि कर्ज तुम पर नहीं तो हम आपका घर बेंचकर वसूल करेंगे। जिंतेंद्र को बंधुवा मजदूरी के लिए बाध्य भी किया जा रहा था जिसके कारण जितेंद्र आहात होकर आत्महत्या कर ली है।
मामले को लेकर भीम आर्मी के महानगर प्रभारी चतर सिंह जाटव ने घटना का जायजा लिया और मृतक परिवार को न्याय दिलने आश्वासन दिया। इस मौके पर जिला अध्यक्ष विकास हरित, दक्षिण विधानसभा अध्यक्ष सुधीर कुमार, जिला प्रभारी इंद्रजीत प्रजापति, जिला महासचिव विजेंद्र सुद, मीडिया प्रभारी सागर बाल्मीकि आदि लोग उपस्थित रहे।