कानपुर : जीटी रोड चौड़ीकरण के बाद एनएचएआई और मंधना के पास लगी औद्योगिक इकाइयों के उद्यमियों के बीच ठन गई है। एक्सेस रोड के प्रकरण पर एनएचएआई की ओर से उद्यमियों को नोटिस भेजे जा रहे हैं और उद्यमी नियम का हवाला देकर इसकी शिकायत मुख्यमंत्री तक करने की बात कह रहे हैं। उद्यमियों ने कहा कि एक्सेस रोड पर एनएचएआई का रवैया तानाशाही भरा है। जीटी रोड के चौड़ीकरण के बाद बनी सर्विस लेन दोनों के बीच विवाद का कारण बन गई है। पीआईए के वरिष्ठ प्रांतीय अध्यक्ष अतुल सेठ ने कहा कि एनएचएआई उनसे इस रोड के बनाने पर हुए खर्च को वसूल कर रहा है जबकि सर्विस रोड बनने के बाद कारोबारियों की मुसीबतें और अधिक बढ़ गई हैं।
सर्विस रोड के बनने के बाद बरसात के पानी की निकासी पूरी तरह से रुक जाती है। इससे औद्योगिक इकाइयों के भीतर जलभराव हो जाता है। इस क्षेत्र में 10 से 12 यूनिट हैं जो लगभग 40 सालों से कारोबार कर रही हैं। एनएचएआई की ओर से भेजी गई नोटिस में मांगी गई रकम भी इतनी अधिक है कि कारोबारी उसका भुगतान करने में सक्षम नहीं है।विभाग की ओर से उद्यमियों को यह परेशान किए जाने की साजिश है। एनएचएआई की ओर से यदि इस बर्ताव को तत्काल रोका न गया तो उद्यमी आंदोलन करने के लिए तैयार है। उद्यमियों ने पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष ‘ट्विटर एक्स’ के जरिए शिकायत दर्ज कराई है। यदि यह मामला नहीं रुकता है तो उनसे मुलाकात कर बात उनके समक्ष रखी जाएगी।