केंद्र सरकार द्वारा गठित नेशनल क्वालिटी एंश्योरेंस स्टैंडर्स (एनक्यूएएस) की कायाकल्प के सर्वे में मंडल के सात अस्पताल खरे उतरे हैं। मंडल में स्वास्थ्य सेवाओं का सर्वे समय- समय पर होता है। इसमें 70 फीसदी से अधिक अंक पाने वाले को मानक के अनुरूप माना जाता है। इन सातों अस्पतालों को 70 फीसदी से अधिक अंक मिले हैं। इसके लिए यहां काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग के मंडल के अपर निदेशक डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि क्वालिटी एंश्योरेंस कार्यक्रम मंडल की सभी चिकित्सा इकाइयों पर गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लागू किया गया है। इसमें जनपद स्तरीय चिकित्सालय पुरूष, महिला व संयुक्त चिकित्सालय सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हैल्थ एवं वेलनेस सेंटर शामिल है। इनका केंद्र सरकार के निर्धारित मानक अनुसार दिए गए गाइडलाइन के तहत सर्वे किया जाता है।
इसके लिए टीम गठित की गई है। उन्होंने बताया कि यूनियर मिनिस्टर चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्रालय केंद्र सरकार की ओर से मंडल में ऑपरेश्नल गाइडलाइन फॉर इम्प्रूविंग क्वालिटी इन पब्लिक हेल्थ फैसिलिटीज वर्ष-2021 का विमोचन 17 सितंबर को किया गया था। इसी गाइड लाइन के अनुसार, मंडल के अस्पतालों का सर्वे होता है। मंडल में सात अस्पताल मानक के अनुसार मिले।
जिला संयुक्त चिकित्सालय अमरोहा, जिला महिला चिकित्सालय बिजनौर, जिला चिकित्सालय मुरादाबाद, हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर जोगीपुरा अमरोहा, हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर जमापुर बिजनौर, हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर परम रामपुर, हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर सिंघौली पूर्वी संभल नेशनल क्वालिटी एंश्योरेंस स्टैंडर्स (एनक्यूएएस) प्रमाणित हैं। मानक के अनुसार इनमें व्यवस्थाएं थीं। यहां काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को सम्मानित भी किया जाता है।
कायाकल्प की टीम सफाई, पानी-बिजली, अग्निशमन यंत्र, कचरा प्रबंधन की व्यवस्था, शौचालय और मरीजों का फीडबैक लेती है। इसके साथ ही दवा वितरण कक्ष, पर्चा काउंटर और मरीजों को बाहर से दवा तो नहीं लिखी जा रही है, इन सभी बिंदुओं पर पर जांच करती है। उधर, टीम के सत्यापन में यदि अस्पताल को 70 फीसदी से अधिक अंक मिलते हैं तो अस्पताल के बजट और संसाधनों में बढ़ोतरी होती है। इसके साथ ही तीन लाख से 10 लाख रुपये तक मिलते हैं। उधर, 100 फीसदी व्यवस्था पूरी होने पर 50 लाख रुपये और ग्रेड में बदलाव होता है।