सरीला हमीरपुर – सरीला क्षेत्र में नवनिर्मित चेकडैम व मरम्मत किए गए चेकडैम में विभाग द्वारा भारी बजट खर्च करने के बाद भी ठेकेदारों द्वारा घटिया निर्माण के चलते चेकडैम सफेद हाथी बनकर रह गए है।
किसानों की सिंचाई और जलस्तर में सुधार को ध्यान में रखकर लघु सिंचाई विभाग द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से नवनिर्मित व पुनरूद्धार किए गए चेकडैम में घटिया निर्माण के चलते जगह जगह लीकेज हो चुके है कई चौकड़ैमो में एक वर्ष पूर्ण होने के पहले ही घटिया निर्माण के चलते बड़ी बड़ी दरारें आ गई है जिससे जल संचयन नहीं हो पा रहा है और किसानों के लिए इन चैकड़ैमो की कोई उपयोगिता नहीं रह गई है।
वहीं विभाग के जिम्मेदार अधिकारी बिना स्थलीय निरीक्षण के एसी कमरों में बैठकर सब चेकडैम दुरुस्त होने का दावा कर ठेकेदारों को संरक्षण देने में जुटे है ।
बंधौली के पूर्व प्रधान राजेन्द्र ने बताया कि अभी चेकडैम बने हुए एक साल भी नहीं हुआ और अभी से घटिया निर्माण के चलते स्थिति खराब है बरसात में पानी भरने के बाद इनकी स्थिति और खराब होगी जल संचयन का यहां कोई मतलब नहीं है सिंचाई तो ठीक है यहां जानवरों के पीने लायक पानी स्टोर नहीं होता।
जानबूझकर ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों ने सरकारी धन ठिकाने लगाया है जहां चेकडैम की जरूरत थी वहां न बनाकार जहा कोई मतलब नहीं वहां बनाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया है इस संबध में जहां विभाग के अधिकारी चैकड़ैमो को दुरुस्त बता रहे है ।
वहीं राठ विधायक मनीषा अनुरागी ने कहा है कि चेकडैम निर्माण में हुए भ्रष्टाचार का मामला उनके संज्ञान में नहीं है अधिकारियों से बोलकर दिखवाते है