Varanasi News: 110 मीटर लंबे जजेज घाट का काम पूरा हो गया है। डीएम एस. राजलिंगम ने निरीक्षण कर गुणवत्ता देखी। यहीं सामने घाट स्थित बन रहे जज गेस्ट हाउस का भी निरीक्षण किया। उन्होंने प्रोजेक्ट मैनेजर से कहा कि व्यक्तिगत रुचि लेते हुए निर्धारित मानक और गुणवत्ता के साथ काम पूरे कराएं। इसके बाद उन्होंने बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया।
जज गेस्ट हाउस घाट (सामने घाट) पुनर्विकास कार्य के निरीक्षण के दौरान प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि 110 मीटर लंबाई वाले घाट के पुनर्विकास, एक पालकी, दो चेजिंग रूम, हाई मास्ट लाइट का काम पूरा हो चुका है। ब्लॉक टॉयलेट, स्टोन पिचिंग, रैंप और हार्टिकल्चर का काम चल रहा है। डीएम ने कहा कि अधूरा पड़ा निर्माण कार्य निर्धारित मानक और गुणवत्ता के साथ पूरा करें। दूसरी तरफ निर्माणाधीन घाट के बारे में भी यूपीपीसीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर से जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने फ्लिपर गेट के बाईं तरफ के दोनों ओर दस मीटर में मिट्टी की कटान रोकने और गेट की सुरक्षा के लिए स्टोन पिंचिंग के निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने फ्लिपर गेट के दूसरे तरफ डंप पड़े कूड़े को हटाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया।
विद्यालय में जगह कम, पास की जमीन पर होगी व्यवस्था
डीएम ने बाढ़ चौकी प्राथमिक कन्या विद्यालय का निरीक्षण किया। साफ सफाई की व्यवस्था संतोषजनक न होने पर हेड मास्टर पर नाराजगी जताई। उन्होंने बेहतर साफ सफाई कराने के साथ ही बाढ़ आने पर वहां रहने वाले लोगों के लिए पीने के पानी, शौचालय, किचन आदि की व्यवस्था और कितने बाढ़ से प्रभावित परिवार आते हैं, आदि संबंधी जानकारी हेड मास्टर और स्थानीय पार्षद से ली।
डीएम ने पास में खाली पड़ी सार्वजनिक भूमि पर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही खाने पीने सहित अन्य जरूरत की चीजें उपलब्ध कराने के लिए लेखपाल को निर्देशित किया।
गोयनका संस्कृत महाविद्यालय के निरीक्षण में नायब तहसीलदार को हाइजेनिक किचन, शौचालय, गैस कनेक्शन, मेन्यू के अनुसार भोजन, टेंट की व्यवस्था, मौके पर डॉक्टर की उपलब्धता, विद्युत सेफ्टी, बेहतर साफ सफाई के प्रबंध करने के निर्देश दिए। प्रधानाचार्य द्वारा बाढ़ चौकी स्थापित होने के बाद बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके प्रबंध के लिए अनुरोध करने पर डीएम ने डीआईओएस से बात कर वैकल्पिक व्यवस्था कराने का भरोसा दिया।
नहर में नहीं आ रहा पानी, नलकूप भी खराब
सीडीओ हिमांशु नागपाल की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में गुरुवार को आयोजित किसान दिवस में किसानों ने समस्याएं बताईं। किसानों ने कहा कि नहर में पानी नहीं आने से सिंचाई नहीं हो पा रही है। अधिकारियों ने समाधान का भरोसा दिलाया।
किसान गोपाल सिंह ने बताया कि बाबतपुर और केराकतपुर में नहर में पानी नहीं आने के कारण धान की रोपाई में देरी हो रही है। इस पर सिंचाई विभाग के अधिकारी ने कहा कि अगले सप्ताह नहर में पानी आ जाएगा। किसान राजबली ने बताया कि मंगलपुर में स्थापित नलकूप से पानी नहीं आ रहा है।
नेवादा, सिकंदरपुर व भुवालपुर गांव में भी नलकूप खराब है। इस पर जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि खराब नलकूपों को ठीक कराया जाए, जिससे खेती का काम बाधित न हो। लघु सिंचाई विभाग द्वारा बताया गया कि चोलापुर ब्लॉक में स्थापित छह नहरों में पानी आ रहा है।