सरीला हमीरपुर – आए दिन ग्राम पंचायतो में होने वाले पंचायती निर्माण कार्यों में घटिया गुणवत्ता के अनेकों मामले सामने आते रहते हैं
तमाम जांच के आदेश होने के बावजूद जिम्मेदार और जांच अधिकारियों की संलिप्तता के चलते निर्माण कार्यों में सरकारी धन का बंदरबांट कर पद के दुरुपयोग का खुला खेल बदस्तूर जारी है
ताजा मामला सरीला विकासखंड के खेड़ा शिलाजीत ग्राम पंचायत का है जहां पर ग्रामीणों ने एकजुट होकर ग्राम प्रधान पर प्रस्तावित सोसायटी की जमीन पर जबरन दबंगई और अधिकारियों से सांठ गांठ कर आर आर सी सेंटर का घटिया निर्माण कराकर सरकारी धन के दुरुपयोग और बंदरबांट करने के आरोप लगाए हैं
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि शिकायत करने के बाद और घटिया निर्माण गुणवत्ता के फोटो वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जिम्मेदारों ने सेंटर का निर्माण रुकवा दिया था
परंतु जांच अधिकारियों से मिलीभगत करके ग्राम प्रधान रात में चोरी छुपे निर्माण कार्य को जल्द पूरा कराकर भुगतान करवाने की तैयारी में है।
खेड़ा गांव के ही रहने वाले सुरेश पाठक हरिश्चंद्र व बलवान राजपूत सहित दर्जनों ग्रामीणों ने एक जुट होकर ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा दबंगई करके जगह की हेरा फेरी कर सेंटर में घटिया निर्माण करवा कर सरकारी धन को ठिकाने लगाने और जांच अधिकारियों पर ग्राम प्रधान से सांठ गांठ करके सरकारी पैसों के बंदरबांट करने का आरोप लगाया है सरकार भले ही भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी का राग अलाप रही हो लेकिन धरातल पर खेड़ा शिलाजीत ग्राम पंचायत में विभागीय जिम्मेदारो के संरक्षण और प्रधान पर दर्जनों ग्रामीणों द्वारा लगे आरोपो की अगर निष्पक्ष जांच की जाए तो निश्चित रूप से एक बड़े सामूहिक भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ हो सकता है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि ग्रामीणों की शिकायत पर जिम्मेदार विभाग के अधिकारी निष्पक्ष जांच को अंजाम देते हैं या हमेशा की तरह सरकारी धन के बंदरबांट करने वाले जिम्मेदारों को बचाने के लिए अपनी कलम से झूठी रिपोर्ट लगाकर ग्रामीणों की शिकायत को ठंडे बस्ते में डालकर यह खेल बदस्तूर जारी रहेगा वहीं जब इस संबंध में खंड विकास अधिकारी सरीला दिव्या त्रिपाठी से विभाग का पक्ष जानने की कोशिश की तो बार बार फोन करने पर भी उनका फोन रिसीव नहीं हुआ