लखनऊ : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में आयोजित कार्यक्रम में शुक्रवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बाइक से फर्राटा भरने वाले युवा दूसरों की जान खतरे में डाल देते हैं। लिहाजा इन्हें पकड़ कर इनका चालान करने के बजाय रक्तदान कराया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा है कि नई शिक्षा नीति में भी रक्तदान को शामिल करना चाहिए। रक्तदान करने वाले युवाओं को इसके अंक अलग से देने चाहिए वही चिकित्सा संस्थानों में ब्लड डोनेशन कैंप अनिवार्य रूप से होना चाहिए। इसके साथ ही आने वाले योग दिवस में भी ब्लड कैंप लगाए जहां पर योग के लिए 1000 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो रहे हैं वहां लोगों से बातचीत करके अनिवार्य रूप से ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जा सकता है। इसके साथ ही जेल में भी जो लोग आ रहे हैं उन्हें भी सजा में रक्तदान को शामिल करना चाहिए। दरअसल,विश्व रक्तदाता दिवस पर केजीएमयू के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की ओर से ‘रक्तदान को सम्मान कार्यक्रम’ आयोजित किया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक पिंकी जोवेल और केजीएमयू की कुलपति प्रो.सोनिया नित्यानंद ने रक्तदान में सहयोग कराने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। साथ ही विशेषज्ञों ने रक्तदान के फायदे बताए हैं।
Menu