लखनऊ : बकरीद और ज्येष्ठ मंगल समेत आने वाले अन्य त्योहारों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाई लेवल की मीटिंग की। गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आने वाले त्योहारों के संबंध में कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शामिल पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तान गणों को मुख्यमंत्री ने दिशा-निर्देश दिए। इसमें पुलिस-प्रशासन को सतर्क करते हुए स्वच्छता और शांति बनाए रखने के आवश्यक सुझाव दिए हैं। मुख्यमंत्री ने जहां बकरीद पर कुर्बानी के बाद अपशिष्ट के निस्तारण को व्यवस्थित इंतजाम करने का निर्देश दिया। वहीं बड़ा मंगल पर होने वाले भंडारा के बाद अपशिष्ट सड़क किनारे न फेंकने की हिदायत भी दी।
अराजकतत्वों पर रखें नजर
योगी आदित्यनाथ ने ज्येष्ठ माह में बड़ा मंगल पर भंडारा आयोजन की परंपरा रही है। आयोजकों को स्पष्ट रूप से बताया जाए कि प्रसाद खाकर अपशिष्ट न सड़क किनारे न फेकें जाए। डस्टबिन की उपलब्धता हर भंडारा स्थल पर होनी चाहिए। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध कड़ाई से लागू करें। ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों – की भावनाएं आहत हो। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें।
विवादित स्थलों पर कुर्बानी और सड़क पर नमाज न हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान पहले से ही तय होना चाहिए। इसके अतिरिक्त कहीं और कुर्बानी न हो। विवादित, संवेदनशील स्थलों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए। हर दशा में सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो। हर जिले में कुर्बानी के बाद अपशिष्ट के निस्तारण की व्यवस्थित कार्ययोजना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नमाज भी एक निर्धारित स्थल पर ही हो। इससे सड़क मार्ग अवरुद्ध न हो। आस्था का सम्मान करें, किंतु किसी नई परंपरा को प्रोत्साहन न दें। वीडियोग्राफी कराएं, ड्रोन का इस्तेमाल किया जाए।
शांति और सौहार्द से साथ संपन्न हो त्यौहार
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि हर एक पर्व शांति और सौहार्द के साथ संपन्न हो, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाए। यदि कोई भी कानून हाथ में लेने का प्रयास करे, अराजकतत्वों पर नजर रखें। कोई भी शांति व्यवस्था को खराब करने का प्रयास करता तो उस पर सख्त कार्यवाई होनी चाहिए। योगी के मुताबिक, पूर्व के अनुभव बताते हैं कि जहां स्थानीय प्रशासन ने संवादहीनता बनाए रखी, वहां अप्रिय घटना की स्थिति बनी। हमें इनसे सीख लेते हुए सतर्क रहना होगा। थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारीगण अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं। लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं। पीस कमेटी की बैठक कर लें। मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे।