Gorakhpur News: लोगों पर खौफ-धौंस जमाने के लिए कम उम्र के लड़कों की ओर से बनाए गए महाकाल ग्रुप के बाद चड्डी गैंग का मामला सामने आया है। गुलरिहा थाना क्षेत्र में सात-आठ पिस्टल और तमंचे के साथ दो युवकों का वीडियो खूब वायरल हो रहा है।जांच हुई तो पता चला कि यह महाकाल ग्रुप के युवक हैं। अब इन्होंने ग्रुप का नाम बदलकर चड्डी गैंग रख लिया है। वीडियाे वायरल होने के बाद पुलिस टीम सक्रिय हो गई है। पिस्टल और तमंचा कमर में खोंसने वाले दोनों युवकों की पहचान कर पुलिस उनके घर तक भी पहुंची, लेकिन इससे पहले वे फरार हो गए।
सीओ योगेंद्र सिंह का कहना है कि अवैध असलहों के साथ युवकों का वायरल वीडियाे पुराना है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। इसके तार मुंबई से भी जुड़े हैं। पुलिस टीम मुंबई गए युवकों की लोकेशन खंगाल रही है। बहुत जल्द इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इधर, पुलिस महाकाल से चड्डी गैंग में तब्दील गैंग के सदस्यों की तलाश में जुटी है। दूसरी तरफ बुधवार को गुलरिहा क्षेत्र के डुमरी नंबर दो की सुमन चौहान ने महाकाल ग्रुप के एक युवक के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
तहरीर में सुमन ने बताया कि मंगलवार की शाम महाकाल ग्रुप से संबंधित युवक घर के रास्ते से जा रहा था, हम लोगों ने टार्च जलाया तो वह नाराज हो गया और असलहा निकालकर जान से मारने की धमकी देने लगा। पुलिस तहरीर के आधार पर जांच कर रही है।
रुपये लेकर मारने-पीटने में लिप्त है चड्डी गैंग
बताया जा रहा है कि महाकाल गैंग गुलरिहा में बहुत सक्रिय था। रुपये लेकर मारने-पीटने से लगायत कई गलत कार्यों में ये लिप्त थे। बीच में पुलिस ने इस गैंग पर कार्रवाई भी की थी। इसके बाद मनबढ़, गैंग का नाम बदलकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। व्हाट्सएप ग्रुप में 25 से 30 युवकों की टीम है, जो एक बार मैसेज आने पर कहीं भी मारपीट करने पहुंच जाते हैं।
इससे पहले भी आए कई नाम
इससे पहले बिच्छू गैंग का नाम बड़हलगंज, कौड़ीराम और गोला क्षेत्र में आता रहा है। मई में बिच्छू गैंग का नाम गोला में एक होटल संचालक के साथ मारपीट में सामने आया था। पुलिस ने उसके सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था।
नए उम्र के युवा बना रहे टीम
नए उम्र के युवा अपराध करने के लिए हाइटेक अंदाज में टीम बना रहे हैं। अलग-अलग गांव से युवकों को जोड़कर व्हाट्सएप ग्रुप बना रहे हैं। इसके बाद एक मैसेज पर मारपीट करने पहुंच जा रहे हैं। महाकाल, बिच्छू और चड्डी गैंग नाम देकर अपनी दहशत पैदा कर रहे हैं, ताकि उस नाम पर वे रंगदारी मांग सकें।