Terrorist Attack in Reasi Jammu: गोरखपुर के खोराबार इलाके के भैरोपुर निवासी प्रेमचंद कन्नौजिया के मोबाइल फोन पर रविवार शाम पांच बजे जम्मू से उनके बेटे सौरभ उर्फ शनि का फोन आया। बेटे ने कहा-पापा! आतंकी हमला हो गया है, चारों तरफ गोलियां चल रही हैं, हमारी बस खाई में पलट गई है। मैं जंगल में छिपकर आपसे बात कर रहा हूं। यह सुनते ही प्रेमचंद के होश उड़ गए थे।
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के वैष्णो देवी से रियासी जा रही श्रद्धालुओं से भरी बस पर रविवार को आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इसमें 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, 41 घायल हो गए। इसमें भैरोपुर निवासी प्रेमचंद कन्नौजिया का परिवार और उनके पुर्दिलपुर के रिश्तेदार भी घायल हो गए। चार जून को दोनों परिवार के 14 लोग जम्मू माता वैष्णो देवी का दर्शन करने एक साथ निकले थे।
प्रेमचंद कन्नौजिया ने बताया कि चार जून को उनकी पत्नी गायत्री, सौरभ उर्फ शनि, बेटी आरोही और उनके ससुराल पक्ष के गोलघर काली मंदिर पुर्दिलपुर निवासी राजेश, उनकी पत्नी रिक्सोना, सोनी समेत पांच अन्य सदस्य वैष्णो देवी मंदिर दर्शन करने गए थे।
पूजा-अर्चना के बाद शिवखोड़ी दर्शन करने पहुंचे। रविवार को शाम 4:30 बजे कटरा लौट रहे थे। पहाड़ी क्षेत्र में बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया। चालक को गोली लगने से बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी।
घायलों के घर जाकर दी सहायता राशि
सोमवार को घायल गायत्री के आवास कूड़ाघाट भैरोपुर व राजेश के पुर्दिलपुर आवास पर पहुंचकर ग्रामीण विधायक विपिन सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी, क्षेत्राधिकारी कैंट अंशिका वर्मा, सदर तहसीलदार विकास कुमार सिंह, पार्षद पुर्दिलपुर मनु जायसवाल ने मुख्यमंत्री की तरफ से जारी की गई आर्थिक सहायता राशि परिवार को दी।
हमले से दहशत भरे रहे 15 मिनट, अटकी रहीं सांस, शुक्र है बच गए
वहीं, जम्मू में वैष्णो देवी दर्शन कर लौट रही श्रद्धालुओं से भरी बस पर हुए आतंकवादियों के हमले में संतकबीरनगर के दंपती भी अपने दो बेटों के साथ शिकार हुए। जम्मू में इनका इलाज चल रहा है। दंपती के अनुसार बस पर 15 मिनट फायरिंग से दहशत में रहे। इस दौरान उनकी सांसें भी अटकी रहीं। शुक्र रहा कि वे और उनके बच्चे बच गए।
खलीलाबाद शहर की पुरानी तहसील के पास रहने वाले अजय गुप्ता (50) तीन जून को पत्नी प्रीति (48) के साथ बेटे आयुष (16) और पीयूष (14) के साथ वैष्णो देवी दर्शन के लिए गए थे। रविवार को वह जिस बस में सवार होकर जम्मू आ रहे थे, उस बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया। इसमें 9 लोगों की मौत हो गई। हमले में अजय गुप्ता पत्नी व बेटे संग घायल हो गए।
घर पर मौजूद उनके बड़े भाई संजय गुप्ता ने बताया कि सुबह अजय का फोन आया। अजय का फोन गायब हो गया था, उन्होंने किसी दूसरे के मोबाइल से फोन किया था। अजय ने फोन पर बताया कि तीन आतंकवादियों ने बस पर लगातार फायरिंग की। इस दौरान बस खाई में गिरने लगी, लेकिन वह फंस गई। इससे वह लोग खाई में गिरने से बच गए।
इसके बाद भी आतंकवादी बस पर फायरिंग कर रहे थे। करीब 15 मिनट तक फायरिंग हुई। आस-पास गांव के लोग पहुंच गए तो आतंकवादी वहां से भाग गए। संजय ने बताया कि दोनों बच्चों को हल्की चोटें आई हैं। छोटा बच्चा भीड़ में कहीं गायब हो गया था जो कुछ देर बाद मिला था। इन लोगों का इलाज जम्मू के नरायण अस्पताल में चल रहा है।
अजय के घर भाजपा नगर अध्यक्ष सतविंदर पाल जज्जी के साथ अन्य लोग भी पहुंच गए। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक शशिशेखर सिंह पहुंचे और परिवार से बातचीत की। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इस दौरान लोग पूरे दिन घर पर पहुंच कर घटना की जानकारी बड़े भाई से लेते रहे।