- सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपियों के गिरफ्तारी ना होने से परेशान एक लड़की सोमवार को डीएम हाउस पहुंची। यहां लड़की की हालत बहुत खराब हो गई।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर से आई एक खबर ने स्थानीय प्रशासन की संवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यहां कथित गैंगरेप की शिकार एक लड़की, अपनी फरियाद लेकर डीएम आवास पहुंची, जहां वो बेहोश हो गई। दरअसल, पीड़िता ने दर-दर भटकने के बाद अदालत के जरिए गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया है लेकिन अभी तक अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पीड़िता अपनी व्यथा सुनाने के लिए डीएम आवास पहुंची थी जहां वो अचानक बेहोश हो गई। लड़की की हालत खराब होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और उसे अस्पताल ले जाया गया। डीएम आवास पहुंची पीड़िता को अचानक से उल्टी होने लगी और वह बेहोश हो गई। लड़की के हालत खराब होने के बाद थाने में अफरा-तफरी मच गई।
युवती को इलाज के लिए भर्ती कराया
पुलिस ने युवती को इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल के डॉ. जय कुमार का कहना है कि लड़की शारीरिक रूप से बहुत कमजोर है। धूप में रहने की वजह से लड़की को चक्कर और उल्टी हुई। परिवार वालों ने बताया कि लड़कि ने कुछ दिन पहले जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। ब्रम्हपुर इलाके की 22 वर्षीय युवती गोरखपुर के हुमायूंपुर में रहती है।
पुलिस ने आरोपियों को नहीं किया गिरफ्तार
लड़की का आरोप है कि उसके साथ मोहल्ले के ही हिमांशु, राकेश व आशीष ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पहले तो पुलिस ने दबाव में आकर मुकदमा नहीं दर्ज किया। जब वह कोर्ट गई तो अप्रैल 2024 में सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा हुआ। आरोप है कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है। जबकि आरोपी रोज धमकी दे रहे हैं। जिससे आहत होकर वह डीएम दफ्तर पर फरियाद लेकर गई थी। एएसपी और सीओ कैंट अंशिका वर्मा ने बताया कि लड़की ने अप्रैल में कोर्ट के आदेश पर थाने में सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया था। बयान देने के लिए बुलाने पर लड़की कभी थाने नहीं पहुंची।