लखनऊ : विवेचनाओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराया जाए, जन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उसका समयबद्ध तरीके से निस्तारण हो। महिला सुरक्षा के लिए महिला बीट/महिला हेल्प डेस्क आदि के कार्यों की समीक्षा कर पुलिस बीट प्रणाली को और अधिक सुदृढ़ बनाया जाये। लोकसभा चुनाव के सकुशल सम्पन्न होने के बाद कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर उन्हें उक्त निर्देश दिए।कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण की समीक्षा करते हुए डीजीपी प्रशान्त कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार की अधिसूचना के अनुसार, 1 जुलाई से लागू होने वाली नई भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता व भारतीय साक्ष्य अधिनियम को लागू करने के लिए प्रशिक्षण, आवश्यक उपकरणों की खरीदारी व व्यापक प्रचार-प्रसार पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्यालय स्तर से निर्गत सभी कार्य योजनाओं का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित किया जाए।
प्रशान्त कुमार ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पूर्व में पंजीकृत माफिया गिरोह के सभी सदस्यों के विरुद्ध सफल अभियोजन, सम्पत्ति जब्तीकरण व अन्य विधिक कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं व बच्चों से संबंधित अपराधों को अत्याधिक गम्भीरता से लिया जाए। डीजीपी ने कहा कि निर्धारित समयावधि में विवेचनाओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराया जाए व अभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए न्यायालय में प्रभावी पैरवी की जाए। समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को डीजीपी ने निर्देश दिया कि चेन स्नैचिंग संबंधी अपराधों की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाया जाए। पुलिस मुख्यालय में हुई समीक्षा बैठक में एडीजी एलओ अमिताभ यश, एडीजी स्थापना, एडीजी लॉजिस्टिक्स, एडीजी तकनीकी सेवाएं समेत मुख्यालय के वरिष्ठ अफसरगण मौजूद रहे।
कई जिलों के कप्तानों की समीक्षा बैठक में लगी फटकार
कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई समीक्षा बैठक में कई जिलों के कप्तानों की डीजीपी ने फटकार लगाई। अपराध नियन्त्रण में नाकाम और जनसुनवाई में लापरवाह साबित हुए कई कप्तानों से डीजीपी प्रशान्त कुमार ने नाराजगी जताई। साथ ही अपने आचरण में सुधार लाने के लिए उन्हें निर्देश दिए। सूत्रों की मानें तो डीजीपी मुख्यालय ने फील्ड में तैनात ऐसे उपाधीक्षकों और कप्तानों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है, जिनका जिलों में अभी तक खराब प्रदर्शन रहा है। सीतापुर में गत दिनों हुई एक ही परिवार के कई सदस्यों की हत्या की वारदात को लेकर कप्तान चक्रेश मिश्र ने मीडिया को गलत बयानबाजी की, जिससे विभाग की किरकिरी हुई थी। डीजीपी प्रशान्त कुमार ने उन्हें भविष्य में इस तरह की बयानबाजी से बचने के लिए नसीहत दी। इसी तरह अपराध नियन्त्रण और जनसुनवाई में नाकाम सुल्तानपुर, बहराइच, संतकबीरनगर, गोण्डा, उन्नाव, हरदोई समेत दर्जनभर कप्तानों को डीजीपी ने सुधार लाने की चेतावनी दी।