रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में बारिश की आस लगाए किसान आसमान की तरफ देख रहे हैं। अब तक अच्छी बारिश नहीं होने से किसान चिंतित है। उन्हें सूखे के संकट का डर सताने लगा है।
कहीं, धान के खेतों में दरारें पड़ चुकी हैं तो कहीं पानी नहीं होने की वजह से धान की नर्सरी सूख रही है। उधर बिजली विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों के मनमानी से किसानों की परेशानी और हताशा और भी बढ़ गई है।
रामपुर जनपद में बड़े स्तर पर धान की खेती होती है. लेकिन इस वर्ष बरसात न होने की वजह से धान की खेती पिछड़ रही है। जून का महीना शुरू होने वाला है,अब तक खेतों में धान की रोपाई हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक रामपुर के कैमरी,चमरूआ,सिहाली व गंगापुर फिटर के अंतर्गत आने वाले दर्जनों गांवों में ऐसा नहीं हो सका है।
बारिश नहीं होने के बाद भी बहुत से किसानों को मोटर पंप से पटवन कर धान के फसल को बचा ले जाने की उम्मीद थी, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के मनमानी व लापरवाही भरे रवैय की वजह से किसानों के अरमानों पर पानी फिर रहा है।
किसानों ने सुनाया अपना दुखड़ा
किसान मोहम्मद तौसीफ, जमील, राजू, उजमा खान, जीनत खान, मोहम्मद फरमान, नासिर अली, मोहम्मद समीर, शैजान, विनय कुमार, दिनेश कुमार आदि किसानों ने कहा कि बारिश न होने के कारण अभी बहुत बुरा हाल है। एक महीना बीत गया लेकिन बारिश नहीं हुई।
पंपिंग सेट से पानी चला चला कर धन को जिंदा रखने की उम्मीद थी। लेकिन पिछले 1 महीने से बिजली व्यवस्था खराब होने के चलते जेई लाइनमैन को भेज कर जंफर निकलवा देते हैं। जिससे वोल्टेज बहुत काम हो जाते हैं। वोल्टेज कम होने के कारण मोटर नहीं चल पाती।
जेई को जब फोन करते हैं तो बहाना बनाते हैं कि लोड ज्यादा होने के कारण वोल्टेज डाउन आ रहे हैं। किसानों ने बताया कि बिजली समय पर न मिलने से धान की नर्सरी सूख रही है।
पल्ला झाड़ते नजर आए अवर अभियंता
कैमरी उपकेंद्र के इंचार्ज अवर अभियंता से विद्युत वितरण की समस्या को लेकर जब उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो उन्होंने ज्यादा लोड होने की बात बताते हुए अपना पल्ला झाड़ते हुए नजर आए। इस संबंध में अधिशासी अभियंता से बातचीत करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका जवाब नहीं मिल पाया।