19 लाख 77 हजार के बजट से कराई गई बोरिंग में जल संस्थान द्वारा बजट के अनुरूप कार्य न किए जाने से लोगों में आक्रोश
कभी सूखा प्रभावित क्षेत्र के तौर पर जाने जाना वाला जनपद हमीरपुर गर्मी शुरु होते ही एक बार फिर पानी के संकट से जूझने को तैयार है। हालात ये है कि पानी का स्तर लगातार नीचे जाता जा रहा है और तमाम सरकारी प्रयासों और योजनाओं के बावजूद अभी भी यहां कई जगह पर पानी की किल्लत साफ तौर पर देखी जा सकती है।
ऐसी ही समस्या को लेकर सभासद ने उपजिलाधिकारी के यहां पहुंच कर बोरिंग के नाम पर सरकारी धन के बंदरबांट का आरोप नगर पालिका पर लगाया है
तो वही नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी ने इन आरोपों को बेबुनियाद और द्वेषपूर्ण भावना के चलते हुए बताकर बोरिंग मानक अनुरूप कराए जाने की बात कही है।
आपको बता दें कि पूरा मामला मौदहा कस्बे के छिमौली रोड स्थित काशीराम कालोनी का है जहां के सभासद सहित दर्जनों लोगों ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया की वह कई वर्ष से पानी के लिए लड़ाई लड़ते आ रहे हैं। बड़े प्रयासों के बाद जब नगर पालिका ने जल समस्या से निजात दिलाने के नाम पर जल संस्थान को धन देकर बोरिंग कराई तो उसमें भी सरकारी धन का खूब बंदरबांट हुआ।
सभासद ने नगर पालिका पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया की नगर पालिका द्वारा 19,77,000 रुपये खर्च कर मात्र 155 फिट का बोर करवा कर
औपचारिकता मात्र की गई है।
जिससे लंबे समय तक पानी की आपूर्ति संभव नहीं है। इसी को लेकर संभासद ने तमाम कालोनी वासियों के साथ जाकर उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देते हुए बोरिंग कम से कम 200 फिट कराने की मांग करते हुए कराई गई बोरिंग का तत्काल भुगतान रोके जाने की मांग की है।
ज्ञापन देने पहुंचे सभासद मोहम्मद रमजानी के साथ जहीर, संतोष, निधि, आरती, गीता, मो सफी, रमजान, सईद, किशोरीलाल, मो शाहिद आदि लोग मौजूद रहे।