लखनऊ : पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई दिलाने के नाम पर करोड़ों की हेराफेरी कर घोटाला कर पूर्व मंत्री के निजी सचिव रहे धीरज कुमार देव की करीब तीन करोड़ रुपये से भी ज्यादा की संपत्ति कुर्क की जाएगी। सोमवार शाम पुलिस आयुक्त एसबी शिरडकर की तरफ से यह आदेश जारी किया गया है। जोकि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी से वायरल हो रहा है। डीसीपी मध्य रवीना त्यागी के मुताबिक, चिनहट थाना अंतर्गत छोटा भरवारा निवासी धीरज कुमार देव पर आटे सप्लाई के घोटाले में आरोपी है। वह ग्रीनवुड अपार्टमेंट में रहते है। वर्ष 2022 में उन पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। धीरज की कुर्क की जाने वाली संपति कुल 3,11,29,758 करोड़ रुपये की है। यह संपत्ति अवैध रुप से अर्जित की गई है।
संपत्ति का ब्यौरा पूछने जाने पर वह ठीक जानकारी नहीं दे पाए। वर्ष 2020 में इंदौर के व्यापारी मंजीत सिंह की लिखित शिकायत पर एसटीएफ ने जांच मामले की जांच की तब पूरा खेल समाने आया है। जिसके बाद हजरतगंज कोतवाली में धीरज कुमार देव पर दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। मामले में मंत्री के निजी प्रधान सचिव रजनीश दीक्षित, निजी सचिव धीरज कुमार, सेवानिवृत्त आइपीएस अरविंद सेन, सिपाही दिल बहार यादव के अलावा अनिल राय, उमाशंकर और एके राजीव, रूपक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसमें से कई लोग जमानत पर बाहर भी हैं।