लोकसभा चुनाव से पूर्व चुनाव आयोग से लेकर तमाम जांच एजेंसियों की विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है। निर्वाचन आयोग पर विपक्ष लगातार पक्षपात करने का आरोप लगा रहा है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगा है। टीएमसी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से कि है।तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में यह आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई है। गोखले का आरोप है कि पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के पालनाडु में लोकसभा सीट चिलकलुरिपेट में एक चुनावी रैली में भाग लेने के लिए भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया। साकेत गोखले ने सबूत के तौर पर आयोग को स्क्रीनग्रैब भी दिया है।
गोखले ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि चुनाव आयोग के नियम चुनाव प्रचार के लिए राज्य मशीनरी के इस्तेमाल पर रोक लगाते हैं। इंदिरा गांधी को विशेष रूप से इसी कारण से 1975 में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। यदि भाजपा ने वायुसेना के हेलिकॉप्टर को किराए पर लेने के लिए भुगतान किया है, तो चुनाव आयोग को हम सभी को यह बताना चाहिए कि वायुसेना का हेलिकॉप्टर क्यों आवश्यक था। जबकि मुख्यमंत्री और अन्य जेड प्लेस सुरक्षा प्राप्त लोग सामान्य हेलिकॉप्टरों का उपयोग करते हैं।गोखले ने मुख्य चुनाव आयुक्त का बयान याद दिलाते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने चुनाव की घोषणा करते हुए कहा था कि आचार संहिता के उल्लंघन से सख्ती से निपटा जाएगा। आइए देखें कि चुनाव प्रचार के लिए सेना के हेलिकॉप्टर का उपयोग करने के लिए चुनाव आयोग पीएम मोदी के खिलाफ कोई जांच या कोई कार्रवाई शुरू करता है या नहीं।