राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार के हिसाब से यह ठीक है और जो लोग यहां पर पाकिस्तान से आकर शरणार्थी बने हुए हैं उनके लिए सरकार ने कहा है कि जिनके चाल चलन ठीक है वह अप्लाई कर यहां रह सकते हैं जो विरोधी गतिविधियों में शामिल न हो उनकी जांच कराकर उन्हें रहने दो क्योंकि वह शरणार्थी बनकर अभी यहां रह रहे हैं और अगर कोई परमानेंट रहना चाहता है तो उनको रहने दिया जाए
साथ ही राकेश टिकैत का कहना है कि इसमें जाति धर्म को चिन्हित किया गया है इसलिए कुछ लोग इसका विरोध कर रहे होंगे और बहुत से मुस्लिम समाज के लोग भी यहां से बाहर गए हैं जिनकी जमीन जायदाद यहीं पर हैं अगर वह सुरक्षित मानते हैं तो उनको भी रहने दो।
राकेश टिकैत की माने तो देखिए जो लोग यहां पर रह रहे हैं क्योंकि कुछ लोग दिल्ली में भी रह रहे हैं एवं यहां पर भी आए हैं और पाकिस्तान से आकर शरणार्थी हुए हैं वहीं सरकार ने कहा है कि जिनका चाल चलन ठीक हो वह यहां पर अप्लाई करके रह सकते हैं जो विरोधी गतिविधियों में शामिल न हो तो उनकी जांच करके उन्हें रहने दो क्योंकि वह शरणार्थी बनकर अभी रह रहे हैं तो कोई परमानेंट रहना चाहता है तो उनको दे दो, अगर सरकार किसी को रहने के लिए देगी तो सरकार को भी तो कुछ चाहिएगा तो सरकार तो अपने हिसाब से काम लगी लेकिन यह है कि जो लोग रह रहे हैं एवं यहां पर पहले भी कुछ लोग आए हैं वह सिसौली, सोरम भी आये है और दिल्ली नजफगढ़ में भी लोग रह रहे हैं और उन्होंने कहा कि वहां से हम भाग कर आए हैं और हमें यहां पर रहने की अनुमति मिल जाए तो बहुत लोग रह रहे हैं उनको अनुमति मिल जाए, नहीं ठीक है सरकार के हिसाब से ठीक है एवं जो लोग वहां रह रहे हैं जिनको दिक्कत है तो उनको आकर रहना चाहिए, विरोध तो वह कर रहे होंगे क्योंकि इसमें जाति चिन्हित की है व धर्म चिन्हित किया है तो वह इसका विरोध कर रहे होंगे और बहुत लोग मुस्लिम समाज के भी यहां से गए हैं वहीं उनकी जमीन जायदाद यहां पर है तो वह अगर सुरक्षित मानते हो तो उनको भी दे दो।