बरेली : अपराध की दुनिया में अब तक पुरुषों के ही नाम सामने आते रहे हैं, लेकिन कुछ वर्षों में तमाम महिलाओं के नाम भी प्रकाश में आए हैं, जो शराब, स्मैक, गांजा और अफीम तस्करी के मामलों में पुलिस के हत्थे चढ़ी हैं। कई पर हनी ट्रैप के जाल में फंसाने के आरोप भी लगे हैं। आंकड़ों के अनुसार विभिन्न मामलों में जिले में तीन वर्षों में करीब 15 महिलाएं जेल जा चुकी हैं।
महंगे शौक और जरूरतों को पूरा करने के लिए कई महिलाएं स्मैक, अफीम की तस्करी के काम अंजाम दे रही हैं। 28 फरवरी को बिशारतगंज पुलिस ने अखा मोड़ से बदायूं के बिनावर की नई बस्ती मोहल्ले की हुस्नबानो और गांव मझगवां की सोनिया को गिरफ्तार किया था।
पुलिस के अनुसार सोनिया इस धंधे में महंगे शौक पूरा करने के लिए उतरी है। दोनों के पास से पुलिस ने तीन किलो 60 ग्राम अफीम बरामद की थी।
पुलिस के अनुसार अधिकांश महिलाएं परिवार के कहने पर ही तस्करी जैसे काम करती हैं। वहीं अधिक धन कमाने की चाहत में कई महिलाएं और युवतियां लोगों को हनी ट्रैप का शिकार बनाकर रुपये ऐंठ रही हैं।
तस्करी में जेल तक का सफर कर चुकीं कई महिलाएं
- 2 जनवरी 2023 की रात लखनऊ और बरेली की एसटीएफ ने अलीगंज थाना क्षेत्र के खैलम गांव से पांच तस्करों को गिरफ्तार किया था। इनमें करैशा बेगम नाम की महिला भी शामिल थी।
- 28 दिसंबर 2023 को पुलिस ने बिशारतगंज के धनेती गांव से कुसुमा उर्फ ममता को गिरफ्तार किया था।
- वहीं, काशीपुर की रेशमा जो, अब बरेली में रहती है को भी पुलिस गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। इनके अलावा पूर्व में भमोरा के मझारा गांव से पार्वती और उसकी पुत्रवधू सोमवती को गिरफ्तार किया था।
- सुभाषनगर क्षेत्र से 315 ग्राम स्मैक के साथ कमलेश कुमारी को गिरफ्तार किया था।
हनी ट्रैप का शिकार भी बना रहीं
- शहर के लोगों को हनी ट्रैप का शिकार बनाकर युवतियां और महिलाएं वसूली कर रही हैं। अलीशा और नेहा उर्फ गुड़िया ने बैंक कर्मी को हनी ट्रैप का शिकार बनाकर लूट लिया था।
- इन दोनों का गिरोह बरेली, शाहजहांपुर समेत अन्य जिलों में भी सक्रिय है। इनके अलावा यह बरेली की एक महिला दरोगा और दीवान को भी हनी ट्रैप का शिकार बना चुकी हैं।
- अभी कुछ दिन पहले कथित पत्रकारों ने सोनिया नामक युवती और पुलिस कर्मियों के साथ बेकरी व्यापारी को भी हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश की थी।
कोरियर के रूप में कार्य करती हैं महिलाएं
- मादक पदार्थों को लाने और ले जाने के लिए तस्कर महिलाओं और युवतियों का सहारा लेते हैं, क्योंकि पुलिस जल्दी इन पर शक नहीं करती है।
- हत्या जैसे अपराधों में भी महिलाओं का नाम सामने आया है।
- फिरोजाबाद निवासी विनीता ने करीब चार वर्ष पूर्व प्रवक्ता पति की हत्या करा दी थी।