सुल्तानपुर के थाना हलियापुर के जरईकला गांव में एक विवाहिता का आरोप है कि सुसरालियों ने करीब नौ दिन पूर्व जहर दे दिया था। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां अस्पताल से लौटने के बाद पीड़िता ने थाने पर तहरीर दी। जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी पति और सास-ससुर पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है।
पड़ोसी जिले अयोध्या के रौनाही थानाक्षेत्र के कुंदुरखा खुर्द निवासी स्व. कृष्णानंद सिंह की पुत्री शालिनी सिंह का विवाह 2018 में हलियापुर थाना क्षेत्र के जरईकला निवासी घनश्याम सिंह के पुत्र मुनिभद्र सिंह के साथ हुआ था। शादी के बाद से दोनों में अनबन हो गई। इसके बाद शालिनी मायके चली गई।
शालिनी के एक तीन वर्षीय पुत्री यशस्वी है। पीड़िता ने पूर्व में दहेज उत्पीड़न व गुजारा भत्ता आदि का एक केस अयोध्या में दायर कर रखा है। इस बीच शालिनी को पता चला कि उसके पति मुनिभद्र उर्फ पंकज ने दूसरी शादी कर ली तो वह तीन फरवरी को जरईकला अपनी ससुराल पहुंची। सुसराल वालों ने उसको घर में घुसने नहीं दिया तो उसने पुलिस का सहारा लिया।
थानाध्यक्ष अंजू मिश्रा मौके पर पहुंची थी और उसको घर में रखवाकर कहा कि अपने मायके वालों को बुला लाओ। इसके बाद 6 फरवरी को वह अपने घर के सामने पड़ी थी और घनश्याम सिंह के घर में ताला लगा हुआ था। लोगों ने देखा तो उसने बताया कि हमें जहर देकर सुसराल वाले भाग गए हैं।
तब गांव के शिवानंद सिंह उसको लेकर निकट के पिठला अस्पताल ले गए। वहां से उसे अयोध्या मेडिकल कालेज रेफर किया गया था। अब अस्पताल से लौटने के बाद उसने थाने पर तहरीर दी। जिस पर पति, सास, ससुर पर केस दर्ज हुआ है। थानाध्यक्ष अंजू मिश्रा ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।