सुलतानपुर जिले में हलियापुर के एक स्कूल के हेड मास्टर पेड़ कटाने के मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। अनुमति के बिना ग्राम सभा और वन विभाग द्वारा लगवाए गए पेड़ों को कटवाने के मामले में विभाग ने सख्त रूप अपनाया है।
खंड शिक्षा अधिकारी ने हेड मास्टर को नोटिस देकर जवाब मांगा है। साथ ही केस दर्ज कराने का निर्देश भी अधिकारियों द्वारा दिया गया है। मामला आदर्श जूनियर हाईस्कूल हलियापुर का है।
उच्च प्राथमिक विद्यालय हलियापुर में आदर्श जूनियर हाईस्कूल के नाम लगभग 32 बीघे जमीन है। जिसमें मनरेगा योजना के शुरुआत के समय ग्राम सभा द्वारा वर्ष 2008 में खाई निर्माण व वृक्षारोपण कार्य हुआ था। योजना के तहत शीशम, सफेदा, सुबबूल के वृक्ष लगवाए गए थे।
समय-समय पर वन विभाग द्वारा उस जमीन में वृक्षारोपण होता रहा। पिछले सप्ताह उसमें से कुछ सूखे व हरे शीशम के पेड़, सफेदा व जंगली बबूल के पेड़ प्रधानाध्यापक राम कृपाल ने कटवा डाला। जो मोटी लकड़ी तने की साइड की है उसे आरा मशीन पर भेज दिया और पतली लकड़ी से विद्यालय में बच्चों का एमडीएम बन रहा है।
जानकारी होने पर जब खंड शिक्षा अधिकारी रोजी सिंह ने हेड मास्टर से पूछा तो उन्होंने बताया कि अज्ञात लोग काट ले गए हैं। इस पर बीईओ ने हेडमास्टर को अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को नोटिस दी है। उधर जब हेड मास्टर से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पेड़ तो हमने ही कटवाया है।
मोटी लकड़ी को आरा मशीन पर भिजवाया है। पतली से बच्चों का भोजन बनता है। अब किसके खिलाफ एफआईआर करवाए। रोजी सिंह ने एफआईआर दर्ज कराने को नोटिस दिए जाने की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
चर्चा का विषय है कि क्या दोषी अध्यापक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जायेगी।