हार्टअटैक की तरह ही लेग अटैक भी बेहद खतरनाक है। समय पर उपचार नहीं मिलने से लकवा जैसी स्थिति बन सकती है। शुरुआती लक्षण दिखते ही विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श लेने पर मरीज को गंभीर स्थिति से बचाया जा सकता है। ये बात सिविल लाइंस स्थित एक निजी होटल में प्रेस कांफ्रेंस में सर गंगाराम अस्पताल नई दिल्ली के वरिष्ठ सलाहाकार डा. वीएस वेदी ने कही।
उन्होंने बताया कि बरेली में पहली बार वेस्कुलर व एंडोवेस्कुलर बीमारियों को लेकर जागरूकता के लिए सीएमई आयोजित की जा रही है। रविवार को आईएमए परिसर में नि:शुल्क शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसमें मरीजों को सामान्य पैर दर्द, नसों की ब्लाकेज समेत अन्य बीमारियों के बारे में परामर्श दिया जाएगा।
आईएमए के साइंटिफिक एडवाइजर डा. अतुल अग्रवाल ने कहा कि डायबिटिक मरीजों में गैंगरीन के चलते कई बार नसों की गंभीर बीमारी हो जाती है। उन्होंने बताया कि डा. वेदी वेस्कुलर व एंडोवेस्कुलर बीमारियों को लेकर कई किताबों का लेखन कर चुके हैं।
इस दौरान वरिष्ठ सलाहकारों में डा. संदीप अग्रवाल, डा. अजय यादव, डा. ध्रुव अग्रवाल ने संवहनी रोगों के बारे में जानकारी साझा की। आईएमए अध्यक्ष डा. राजीव गोयल, डा. गौरव गर्ग समेत अन्य लोग मौजूद रहे।