कासगंज पहुंचा मणिपुर में शहीद हुए सैनिक का पार्थिव शरीर,
509 आर्मी बेस कैंप आगरा से सम्मान के साथ लाया गया पार्थिव शव,
बीती 24 जनवरी की सुबह दक्षिण मणिपुर के एक शिविर में संतरी द्वारा सहकर्मियों पर चलाई गई थी गोली,
रमेश चंद्र समेत आधा दर्जन जवानों को लगी थी गोली,
तब से सैनिक अस्पताल में चल रहा था उपचार,
जहां बीते दिवस उन्होंने ली अंतिम सांस,
असम राइफल बटालियन में जूनियर कमीशन अधिकारी के पद पर तैनात थे रमेश चंद्र,
आगरा से आए सेना के जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ शहीद राघवेंद्र अंतिम सलामी दी,
गाँव पहुँचकर सैकड़ो की संख्या में लोगों ने दी शहीद रमेश चंद्र को श्रद्धांजलि,
शहीद रमेश चंद्र के बेटे ने पिता के पार्थिव शव को दी मुखाग्नि,
कासगंज कोतवाली क्षेत्र गांव नौरथा निवासी थे शहीद रमेश चंद्र।