ढाई-तीन महीने पहले ही गौरव दांपत्य सूत्र बंधन में बंधा था और पत्नी से थोड़ी सी तकरार पर उसने मौत को गले लगा लिया। इकलौते बेटे की मौत से पिता और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
डिलारी थाना क्षेत्र के ढक्का गांव निवासी चंद्रपाल के इकलौता बेटा गौरव कुमार की गांव में परचून की दुकान है और वह मजदूरी भी कर लेता था। मंगलवार को गौरव के परिवार वाले जिला अस्पताल की मोर्चरी के बाहर मौजूद थे। शव का पंचनामा हो रहा था।
परिवार के गुड्डू ने बताया कि रविवार रात में गौरव का उसकी पत्नी अंजली से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। फिर सोमवार की तरह गौरव मंगलवार को भी काम पर आ रहा था।
सुबह आठ-नौ बजे के बीच वह घर आकर उल्टियां करने लगा। गुड्डू ने बताया कि उन्होंने गौरव से उल्टियां होने का कारण पूछा तो उसने कहा कि जहर पी लिया है। इसके बाद गुड्डू उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि मृतक गौरव के पिता हैं, लेकिन मां व अन्य भाई-बहन कोई नहीं है।
गौरव का अभी ढाई माह पूर्व ही पाकबड़ा क्षेत्र के नानकबाड़ी गांव में अंजली के साथ विवाह हुआ था। शादी को तीन माह भी पूरे नहीं हो पाए थे।
पति-पत्नी के बीच झगड़ा रहने लगा था। सुबह घर वालों को कुछ बताए बिना ही गौरव घर से निकला था और कुछ देर बाद लौटा तो उसकी हालत काफी गंभीर थी। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।