सूबे की पूर्व सीएम और बसपा प्रमुख ने गुरुवार को माल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय में आज एक प्रेस क्रांफ्रेंस की। मायावती ने प्रेसवार्ता की शुरुआत दोनों सदनों में 150 सांसदों के निलंबन के साथ शुरू की। उन्होंने कहा कि संसद सत्र के दौरान विपक्षी सांसदों के 150 सांसदों का निलंबन होना बेहद सरकार और विपक्ष के लिए अच्छा नहीं है।ये घटना संसदीय इतिहास की दुखद घटना है।
मायावती ने कहा कि माननीय सभापति का मजाक उड़ाना और उसका वीडियो वायरल होना भी अनुचित बात है। देश में लगातार हो रहे सत्तापक्ष और विपक्ष के टकराव से देश का अहित ही हो रहा है। ये जनता के लिए भी सुखद घटना नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है यहां बाबा साहेब के बनाए संविधान से काम चलता है।
यहां सदन को चलाने की जरूरत सभी की है। संसद की सुरक्षा में सेंघ भी अतिगंभीर मामला है। इसके बारे में भी सभी को सोचना होगा। खाली आरोप प्रत्यारोप से काम नहीं चलेगा। जो भी दोषी को उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये। बसपा प्रमुख ने कहा कि खुफिया विभाग को अलर्ट रहने की जरूरत है। जिससे भविष्य में ऐसी घटना ना हो।
बसपा एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। वो सभी धर्मो का सम्मान करती है। राममंदिर निर्माण और उद्घाटन पर मायावती ने कहा कि बसपा को इससे कोई एतराज नहीं है। मस्जिद निर्माण होगा तो भी बसपा को खुशी होगी। बरसों से यहां पर इस मामले पर राजनीति की जा रही है। इससे हमारा देश कमजोर ही होगा मजबूत नहीं। इस मसले पर राजनीति होने से देश की जनता में वैमन्य पैदा हो रहा है।