मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में रविवार सुबह कुएं में गिरने से एक बाघ की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बाघ काफी देर तक कुएं में तैरता रहा और अपनी जान बचाने की कोशिशें की। अंत में थकने के बाद वह डूबकर मर गया। इस मामले में वन विभाग की लापरवाही भी सामने आई है।
मामला पांढुर्णा विकासखंड में बड़चिचोली के जूनापानी गांव का है। किसान जब्बार खान रविवार सुबह खेत में पानी लगाने के लिए कुएं की मोटर चालू करने पहुंचा, तभी उसने बाघ को अंदर छटपटाते हुए देखा। उसने फॉरेस्ट टीम को इसकी जानकारी दी। चूंकि, जूनापानी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र बॉर्ड पर है।
ऐसे में दोनों राज्यों की टीम मौके पर पहुंचीं, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। वह काफी देर से तैरते हुए थक चुका था। वन विभाग की टीम सूचना मिलने के कई घंटे बाद मौके पर पहुंची थी।