प्रदेश के होटलों की अब राज्य सरकार नए तरीके से रेटिंग करेगी। इसके लिए पर्यटन विभाग ने नई पहल की है। राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने प्रदेश के होटलों और रिसॉर्ट के स्टार वर्गीकरण की मंजूरी के लिए एक नई व्यवस्था की है। इस नई वर्गीकरण प्रणाली का उद्देश्य राज्य में होटलों के अधिक कमरों की उपलब्धता, बेहतर सुविधाओं के साथ ही होटल और रिसॉर्ट को उद्योग के बराबर सब्सिडी और प्रोत्साहन प्रदान करना है।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बुधवार को इस नई प्रणाली के जरिए रेटिंग पाने को पोर्टल का शुभारंभ किया। इच्छुक होटल व्यवसायी पोर्टल के जरिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पर्यटन भवन में मीडिया से बातचीत में जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटकों के लिहाज से यूपी नंबर-1 पर है। न्यू स्टार होटल वर्गीकरण होटलों को उनकी गुणवत्ता, सेवाओं, समग्र सुविधाओं और अतिथि अनुभव के आधार पर वर्गीकृत करेगी जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि इसमें पांच अलग श्रेणियां प्लैटिनम, डायमंड, गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज, जो होटल उद्योग की पारंपरिक स्टार रेटिंग क्रमश 5-स्टार, 4-स्टार, 3-स्टार, 2-स्टार और वन-स्टार वर्गीकरण के अनुरूप है। यह संशोधित प्रणाली पर्यटकों के लिए चयन प्रक्रिया को सरल बनाएगी और होटलों को मानकों के हिसाब से सेवाएं देने को प्रोत्साहित करेगी।
प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि यूपी में जिस तेजी से पर्यटक बढ़ रहे हैं, उसके अनुपात में होटल कम पड़ रहे हैं। इस कमी को पूरा करने के लिए नई रेटिंग प्रणाली मील का पत्थर साबित होगी। रेटिंग पाने वाले होटलों को संपत्ति कर, जलकर और सीवर टैक्स कॉमर्शियल की जगह आधी दर से देना होगा।