आनंदेश्वर कॉरिडोर के प्रथम चरण का काम लगभग पूरा हो गया है। मंगलवार को कार्यों को देखने मंडलायुक्त अमित गुप्ता, डीएम विशाख जी और नगर आयुक्त शिवशरणप्पा पहुंचे। मंडलायुक्त ने कहा कि पहले चरण के बचे कार्यों को जल्द पूरा कर दूसरे चरण का काम जल्द पूरा करें, और गुणवत्ता को ध्यान में रखकर कॉरिडोर का काम पूरा करें। इस दौरान उन्होंने अतिक्रमण को हटाने के साथ ही कॉरिडोर के निर्माण कार्य के लिये चिह्नित जगह को जल्द अधिग्रहित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर परमट स्थित आनंदेश्वर मंदिर धाम के कायाकल्प का काम चल रहा है। 25 करोड़ की लागत से तीन फेज में कॉरिडोर का काम पूरा होना है। पहले चरण में छह करोड़ रुपये से काम लगभग पूरा हो गया है। कानपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड (केएससीएल) की देखरेख में यहां पिछले साल अक्टूबर में कार्य शुरू किया था।
प्रथम चरण में वीआईपी रोड पेट्रोल पंप से मंदिर तक सड़क निर्माण कार्य, सुलभ शौचालय तक नाले पर स्लैब डालने का काम, बिजली के खंभे लगाने, इंटरलाकिंग टाइल्स लगाने और पार्किंग का काम भी पूरा कर लिया गया है। सिर्फ मंदिर मुख्य गेट से परिसर तक दोनों ओर लगी दुकानों को हटाना बाकी है।
अब दूसरे व तीसरे चरण में मंदिर के तीन भव्य मुख्य द्वार, मां भागीरथी की आरती के लिए तट पर विशाल आरती स्थल, मंदिर के मुख्य गेट से त्रिशूल वाले गेट तक दुकानदारों और अतिक्रमण को हटाना, मंदिर परिसर व आसपास के स्थल का सुंदरीकरण, सेल्फी प्वाइंट, परमट घाट से मंदिर तक आरओबी, आस-पास की बस्तियों का विकास, गंगा नदी में जा रहे आवासीय गंदे पानी को सीवर लाइन से जोड़ने का काम होना है। इसी को लेकर मंगलवार को अधिकारियों ने यहां निरीक्षण किया। केएससीएल अपनी देखरेख में कार्य करा रहा है।
इससे पहले विधासभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में बैठक की थी। इसमें अधिकारियों से योजनाओं की जानकारी ली। इसके तुरंत बाद ही अधिकारी मौके पर पहुंचे।
बाबा आनंदेश्वर पवित्र धाम है। जिसकी दूर-दूर तक मान्यता है। सावन के पूरे महीने बाबा के दरबार में भक्तों का सुबह से रात तक तांता लगा रहता है। पूरे सावन हर दिन यहां लाखों की संख्या में भक्त दर्शन करते हैं। पिछले एक वर्ष से कार्य चल रहा है।