इज्जतनगर पुलिस पर जमीन की धोखाधड़ी के आरोपी बिल्डर सर्वजीत सिंह, उसके बेटे समेत तीन लोगों के नाम मुकदमे से निकालने के आरोप लगे हैं। एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने एसपी सिटी से मामले की जांच कराने की बात कही है।
23 फरवरी को पुलिस को तहरीर देकर कालीबाड़ी निवासी डॉ. पंकज अग्रवाल ने रेजीडेंसी कॉलोनी निवासी बिल्डर सर्वजीत सिंह, उसके बेटे ईशान बख्शी, प्रबंधक अंशु गुप्ता, लक्ष्मी सहकारी समिति के अध्यक्ष सनइया धनसिंह निवासी मुश्ताक, ऊंचा गांव निवासी अवनीश के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए थाना इज्जतनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। डॉ. पंकज ने बताया कि उन्होंने लक्ष्मी आवास समिति की आवासीय योजना के तहत लक्ष्मी एंक्लेव तुलाशेरपुर में वर्ष 2016 में दो प्लॉट बुक कराए थे।
समिति ने कॉलोनी विकसित होने पर बैनामा करने की बात कही थी। वर्ष 2021 में लक्ष्मी आवास समिति के सचिव सतीश अग्रवाल की मौत हो गई। ऊंचा गांव निवासी अवनीश को नया सचिव बनाया गया। आरोप है कि अवनीश और अध्यक्ष मुश्ताक ने मिली भगत करके सर्वजीत सिंह उर्फ बिटटू बख्शी से साठगांठ करके प्लॉट की बाउंड्री में परिवर्तन कर दिया।
इसके बाद प्लॉट का बैनामा सर्वजीत के बेटे ईशान बख्शी और प्रबंधक अंशु गुप्ता को कर दिया। बैनामा 16 मार्च 2022 को किया गया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद इज्जतनगर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई। एक मामले में जेल से निकलते ही पुलिस ने सर्वजीत को धर लिया और उसे दोबारा जेल भेज दिया।
भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव नगरिया परीक्षित निवासी खुर्शीद खान ने भोजीपुरा में सर्वजीत सिंह बख्शी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस प्रकरण में पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। जेल से निकलने के कुछ दिन बाद उसे इज्जतनगर पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था। बाद में उसी प्रकरण में पुलिस ने सर्वजीत, उसके बेटे ईशान और प्रबंधक अंशु गुप्ता के नाम मुकदमे से निकाल दिए हैं। जबकि विवेचक ने विनीता मित्तल, सोसाइटी अध्यक्ष मुश्ताक, सचिव अवनीश के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
इस प्रकरण में दोबारा एसपी सिटी से जांच कराई जाएगी। यदि विवेचना में कोई त्रुटि या विवेचक की भूमिका संदिग्ध मिली तो कार्रवाई की जाएगी।- घुले सुशील चंद्रभान, एसएसपी