रिश्तों के खून से बर्बादी की कहानी लिखी जा रही है। आए दिन पाक रिश्ते तार-तार और परिवार तबाह हो रहे हैं। रिश्तों के खून से शर्मसार होती मानवता जनमानस को झकझोर रही है। सगा ही अपनों के साथ दगा कर रहा है। अपने ही अपनों के खून के प्यासे हो गए हैं। क्षणिक सुख और स्वार्थ में लोग रिश्तों को कलंकित कर रहे हैं। जब घर में ही व्यक्ति सुरक्षित नहीं है तो कहां सुरक्षित रहेगा। यह बड़ा सवाल है। ताजा मामला सेन पश्चिम पारा थानाक्षेत्र का है।
यहां पत्नी ने 23 करोड़ की संपत्ति के लिए अपने शिक्षक पति की प्रेमी के साथ मिलकर कार से कुचलवाकर हत्या करवा दी। इसी तरह गोविंद नगर थानाक्षेत्र में भाजपा के बूथ अध्यक्ष मुकेश नारंग की पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर जान ले ली। कमिश्नरेट कानपुर में इस तरह की गंभीर वारदातें तेजी से बढ़ रही हैं। आए दिन रोंगटे खड़े कर देने वाली सनसनीखेज वारदातें सामने आ रही हैं। इन वारदातों ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किस पर और कितना विश्वास करें।
संस्कारों की कमी, बढ़ती नशे की प्रवृति और भौतिकतावादी सोच लोगों को हिंसक और क्रूर बना रही है। यही वजह है कि अपनों की ही जान लेने में लोगों के हाथ तक नहीं कांप रहे हैं। महिलाओं, प्रेम प्रसंग और संपत्ति को लेकर अपराध तेजी से बढ़ने के पीछे यही कारण हैं। कहीं पति-पत्नी का पवित्र रिश्ता दागदार हो रहा है, तो कहीं बाप-बेटे एक दूसरे के हत्यारे बन बैठे हैं।
मोबाइल, इंटरनेट और टीवी के कारण लोगों के बीच दूषित मानसिकता बढ़ने से भी रिश्ते न सिर्फ शर्मसार हो रहे हैं, बल्कि अपने ही कत्ल का शिकार हो रहे हैं। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर अश्लीलता बढ़ती जा रही है। जिसके कारण लोगों में दूषित मानसिकता भी बढ़ रही है। रिश्तों का कत्ल रोकने के लिए इस पर अंकुश लगाना बहुत जरूरी है। अभिभावकों को ये देखना चाहिए कि उनका बच्चा नेट का इस्तेमाल किस लिए कर रहा है।
उर्सला के मनोचिकित्सक डॉ चिरंजीवी प्रसाद का कहना है कि संयुक्त परिवार में बच्चे से लेकर बुजुर्ग सभी रहते हैं। घर के बुजुर्ग अपने बच्चों को संस्कार देते हैं। वे पिता और मां के व्यस्त होने पर बच्चे का ध्यान रखते हैं। वे उनको गलत और सही के बारे में बताते हैं। जिससे बच्चे गलत रास्ते पर नहीं जा पाते हैं, लेकिन इस समय एकल परिवार का संस्कृति चल रही है। दूसरे शहर में नौकरी समेत अन्य क्षेत्र से ज्यादातर लोग परिजनों से अलग रहते हैं। वे धीरे-धीरे परिजनों की अनदेखी करने लगते हैं। जिसे देख उनके बच्चों के लिए भी रिश्तों का महत्व खत्म हो जाता है। वे रुपये कमाने की होड़ में बच्चों का ध्यान नहीं रख पाते हैं। जिससे वे गलत संगत में पड़कर बिगड़ जाते हैं। ऐसे में शौक पूरे करने के लिए अपराध करने से भी नहीं चूकते हैं।
अपने बच्चे से जितना प्यार मां-बाप करते हैं उतना शायद ही कोई दूसरा करता हो। पिता अपने बच्चे के बेहतर भविष्य के लिए अपना पूरा जीवन खपा देता है। समाज में पत्नी का रिश्ता ऐसा है जिसे जन्म-जन्मांतर का बंधन माना गया है। लेकिन पिछले कुछ समय से मामूली सी बात पर जान लेना आम होता जा रहा है। लोग महज शक या छोटी से बात पर रिश्तों को खत्म करने में एक पल नहीं लगा रहे हैं। आखिर कौन सी वजह इतनी बड़ी हो सकती है कि लोग पिता और पत्नी को भी मारने से पहले बिल्कुल ना सोचें। आखिर क्यों लोग मामूली सी बात पर अपनों की ही जान ले ले रहे हैं।
चकेरी थानाक्षेत्र के अहिरवां निवासी गणेश निषाद ने अपने बेटे दीपक निषाद की मोबाइल के चार्जर के तार से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। पुलिस जांच में सामने आया था कि हत्यारोपी ने मैच देखने के दौरान टीवी बंद कर दिया था। बेटे ने विरोध किया तो वारदात कर दी।
रावतपुर थानाक्षेत्र के राणाप्रतापनगर में 16 वर्षीय बेटी अर्चना के प्रेम प्रसंग से नाराज पिता श्यामबहादुर ने बेटी की मोबाइल चार्जर के तार से गला दबाकर हत्या कर दी थी। मृतका के मामा ने थाने जाकर पुलिस को सूचना दी थी।
कल्याणपुर थानाक्षेत्र के कश्यप नगर निवासी राधेश्याम गुप्ता ने प्रेम प्रसंग के चलते बेटी खुशबू की गला दबाकर हत्या कर दी थी। उसके घर के पास ही प्रेमी हर्ष रहता था। दोनों का एक वर्ष से अफेयर चल रहा था। इसकी जानकारी पिता को लगी तो उसने बेटी की पिटाई करने के बाद गला घोट दिया था।
बिल्हौर कोतवाली क्षेत्र के मकनपुर में रहने वाली मनोज कुमार की पत्नी रागिनी सक्सेना ने अपनी दो बेटी अंशी और प्रियांशी की पहले हत्या कर दी थी। इसके बाद खुद भी फंदे से लटककर जान दे दी।
हनुमंत विहार थानाक्षेत्र में पत्नी की हरकतों से परेशान 35 वर्षीय कार चालक छोटे ने पहले पत्नी की नाक काटी फिर 14 वर्षीय बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। छोटे का निकाह 15 साल पहले मामा रफीक की बेटी रुक्सार से हुआ था। उनके 14 साल की बेटी आरजू, 12 साल का बेटा रफीक और 10 साल का आर्यन थे। छोटे ई अनीस ने बताया था कि भाभी रुखसार के मछरिया निवासी युवक से प्रेम संबंध थे। जिसे लेकर दोनों में झगड़ा होता था।
ककवन थानाक्षेत्र में छोटे भाई भूरा ने अपने बड़े भाई कल्लू की बेरहमी से पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी थी। शव को रस्सी से घसीट कर गंगा नदी में फेंक दिया था। भूरा ने पकड़े जाने पर खुलासा किया था कि रोटी नहीं बनने पर दोनों का झगड़ा हुआ था।
ककवन थानाक्षेत्र में घनश्याम शुक्ला ने पत्नी अंजलि को मारकर घर में ही दफन कर दिया था। पुलिस ने शव बरामद किया। आरोपी की तलाश में कई टीमों को लगाया गया, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी हो पाई थी।
जूही थानाक्षेत्र में बड़े भाई आरजू ने छोटे भाई अदनान की घर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी को लगता था कि पिता छोटे भाई अदनान की तांत्रिक से झाड़फूंक करा रहे हैं। इसमें लाखों रुपये खर्च हो रहे हैं। आरोपी ने खर्चा बचाने के लिए भाई को मार डाला।
कल्याणपुर थानाक्षेत्र में डॉ. सुशील ने पत्नी और बच्चों को जहर देकर मार दिया था। उसके बाद खुद भी गंगा में कूदकर अपनी जान दे दी थी। पुलिस को 10 दिन बाद डॉक्टर शव मिला था। पुलिस जांच में घरेलू कलह की बात सामने आई थी।