भारतीय स्पिनर अक्षर पटेल ने स्वीकार किया कि चोटिल होने के कारण वनडे विश्व कप से बाहर होने से वह निराश थे और इससे उबरने में उन्हें एक सप्ताह का समय लगा। इस 29 वर्षीय खिलाड़ी को विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चुना गया था लेकिन एशिया कप के दौरान वह चोटिल हो गए थे जिसके कारण उन्हें बाहर होना पड़ा।
उनकी जगह रविचंद्रन अश्विन को विश्व कप की टीम में शामिल किया गया था। अक्षर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘निश्चित तौर पर इससे किसी को भी निराशा होती। विश्व कप भारत में हो रहा था लेकिन मैं चोटिल हो गया। शुरुआत के कुछ दिनों तक में इसके बारे में सोच रहा था कि चोट के कारण मैं नहीं खेल पा रहा हूं।
उन्होंने कहा,‘‘लेकिन टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही थी इसलिए 5-10 दिन बाद मैंने फिर से अभ्यास शुरू कर दिया। लेकिन जब आप चोट के कारण बाहर हो जाते हैं और उन 5-10 दिन में कुछ भी नहीं कर पाते हैं तो आपको बुरा लगता है। इसके बाद मैंने अपनी पुरानी दिनचर्या शुरू कर दी थी।’’ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 श्रृंखला में वापसी करने वाले अक्षर ने कहा,‘‘मैं निराश था लेकिन ऐसा चोट के कारण हुआ था। इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है। यह खेल का हिस्सा है।’’ उन्होंने कहा,‘‘यदि आप चोटिल होने के कारण कुछ समय के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहकर वापसी करते हैं तो आप खुद को साबित करने की कोशिश करते हो। इसके साथ ही आपको अपने शरीर का भी ध्यान रखना होता है इसलिए मैं एक समय में एक मैच पर ही ध्यान देता हूं।
वनडे विश्व कप में नहीं खेल पाने के बाद अक्षर अब अगले साल जून में अमेरिका और वेस्टइंडीज में होने वाले टी20 विश्व कप में खेलना चाहते हैं और उन्होंने कहा कि उसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। अक्षर ने कहा,‘‘टी20 विश्व कप से पहले मुझे नहीं लगता कि भारत को बहुत अधिक टी20 मैच खेलने हैं, इसलिए हमें अभी से योजना बनानी होगी क्योंकि विश्व कप जून में है और इस बीच आईपीएल भी होना है। इसलिए उसकी तैयारी चल रही है। ’’ उन्होंने कहा,‘‘सभी खिलाड़ियों को उनकी भूमिका समझा दी गई है कि उन्हें किस स्थान पर खेलना है और एक बार जब राहुल (द्रविड़) सर वापस आ जाएंगे तो इस पर विस्तार से चर्चा होगी लेकिन हम जानते हैं कि हमें इस श्रृंखला में क्या करना है, इसलिए इसको लेकर किसी तरह का संदेह नहीं है।
अक्षर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आगामी टी20 श्रृंखला के लिए टीम में नहीं चुना गया है और उनकी जगह रविंद्र जडेजा को लिया गया है। इस मैच में 16 रन देकर तीन विकेट लेने वाले अक्षर से पूछा गया कि क्या वह खुद को साबित करना चाहते थे, उन्होंने कहा,‘‘नहीं ऐसा नहीं था। अगर मैं रन लुटाता तो आप कहते कि मैं परेशान था। मैं सहज था। मेरे दिमाग में ऐसी कोई बात नहीं थी कि मुझे खुद को साबित करना है। मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं और यह मेरा फैसला नहीं है। मैं उसके बारे में नहीं सोच रहा था और मुझे खुशी है कि आज मैंने विकेट लिए।