Ambedkarnagar News: भूमि धोखाधड़ी में एसटीएफ की गिरफ्तारी के बाद जेल भेजे गए पूर्व विधायक पवन पांडेय की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बूथ कैप्चरिंग से जुड़े वर्ष 1996 से जुड़़े मुकदमों के गवाहों को धमकी देने में राजेसुल्तानपुर थाने में दो तथा अकबरपुर कोतवाली में एक मुकदमा कायम हुआ है। पवन पर धमकी की धाराओं के अलावा एससी एसटी एक्ट तथा सेवन सीएलए एक्ट भी लगा
अकबरपुर निवासी चंपा देवी द्वारा करोड़ों की भूमि का सिर्फ 20 लाख रुपये में सौदा करने के आरोपों में अकबरपुर कोतवाली में केस दर्ज कराया था। हाईकोर्ट के निर्देश पर विवेचना संभालने के बाद एसटीएफ ने बीते दिनों अचानक पूर्व विधायक पवन को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पांच अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूर्व विधायक की गिरफ्तारी के बाद से ही माना जा रहा था कि उनकी मुसीबतें और बढऩे वाली हैं।
इस बीच बेवाना थाने में वर्ष 1996 में दर्ज बूथ कैप्चरिंग के मामले में गवाहों को धमकाने के आरोपों में अब नया केस दर्ज हो गया है। इसमें राजेसुल्तानपुर में लालबहादुर यादव व महेंद्र यादव जबकि अकबरपुर कोतवाली में चेतईराम की तरफ से पुलिस ने केस दर्ज किया। यह तीनों सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। चुनाव के दौरान बेवाना में पोलिंग बूथ की ड्यूटी पर तैनात थे। एसपी अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि पवन के जेल जाने के बाद धमकी से डरे तीनों वादी अब सामने आए। उनकी तहरीर पर केस दर्ज करा दिया गया है।