महमूदपुर गांव में रात किसान प्रमोद कसाना उर्फ लालू की हत्या के विरोध में 15 घंटे हाईवोल्टेज हंगामा चला. रिस्तल चौकी इंचार्ज, टीला मोड़ थाना प्रभारी के निलंबन और हत्यारोपियों के एनकाउंटर की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शव गांव से नहीं उठने दिया. खतौली विधायक और एडिशनल सीपी के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने. चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार को निलंबित कर ग्राम प्रधान को हिरासत में ले लिया गया है.
टीलामोड़ थानाक्षेत्र के ग्राम महमूदपुर निवासी प्रमोद कसाना रात करीब आठ बजे कुत्तों को रोटी देने के लिए घर के पास स्थित तालाब पर गए थे. वहां बदमाशों ने उन्हें गोलियों से भून दिया. छह से सात गोलियां लगने से प्रमोद कसाना की मौके पर ही मौत हो गई.
परिजनों के मुताबिक हत्यारे करीब दस मिनट तक रुके और प्रमोद की मौत सुनिश्चित होने पर उनका मोबाइल लूटकर फरार हो गए. घटना के संबंध में प्रमोद कसाना के भाई विनोद ने ग्राम प्रधान कपिल, उसके दो भाई जितेंद्र और सोनू के अलावा हरिओम, शीतल, सोनू, धर्मपाल, धर्मवीर और आनंद तथा एक अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया.
एडिशनल सीपी ने रिस्तल चौकी प्रभारी प्रदीप कुमार को निलंबित करते हुए हत्यारोपियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीणों ने शव उठने दिया पुलिस की लापरवाही से हत्या होने का आरोप प्रमोद के परिजनों का आरोप है कि ग्राम प्रधान कपिल ने चुनावी रंजिश के चलते प्रमोद कसाना की हत्या कराई.
आरोप है कि प्रमोद ने कई बार शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस समय रहते कार्रवाई कर देती तो हत्या होने से बच जाती.किसान के भाई की शिकायत पर ग्राम प्रधान समेत नौ लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है. लापरवाही के चलते चौकी प्रभारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है. ग्राम प्रधान को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है