देर रात इंदौर की सोशल मीडिया पर एसीपी धैर्यशील येवले को लेकर एक मैसेज वायरल हुआ.. जिसमें पुलिस कमिश्नर और एसीपी के बीच मनमुटाव की बात सामने आ रही थी
जिसको लेकर शनिवार को पालसिया स्थित पुलिस कंट्रोल रूम पर एक बैठक के बाद इंदौर पुलिस कमिश्नर मकरंद देउसकर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि शुक्रवार शाम हीरानगर एसीपी धैर्यशील यवले उनके पास आए थे और उन्होंने अपने स्वास्थ्य को लेकर यह चर्चा की थी कि उन्हें स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति चाहिए
जिसको लेकर पुलिस कमिश्नर ने उन्हे कहा कि यह काम राज्य शासन के स्तर पर होता है और राज्य शासन ही इसका फैसला लेता है उसके बाद ऑफिस से वह चले गए थे लेकिन सोशल मीडिया पर यदि यह मैसेज चला है कि काम को लेकर और अधिकारियों के दबाव को लेकर उन्होंने यह त्यागपत्र दिया है तो अच्छी बात है…
पूरी घटना को लेकर थाने के स्टाफ से इस बारे में सुगबुगाहट थी कि किसी पुराने कैसे की डायरी को लेकर एसीपी साहब को पुलिस कमिश्नर ने तलब किया था
आपके बता दें कि एसीपी धैर्यशील येवले को 2 वर्ष रिटायरमेंट के लिए बचे हुए हैं.. वही वह कई वर्षों तक इंदौर के अलग-अलग स्थान पर थाना प्रभारी के पद पर रहे हुए हैं जिनका कार्य करने का तरीका काफी नर्म था..
वही सोशल मीडिया पर एसीपी के इस स्थिति को लेकर पूरे प्रदेश भर के पुलिस कर्मियों में काफी चर्चा है और इंदौर विभाग में काम कर रहे कर्मचारी इस मनमुटाव को लेकर अलग-अलग तरह की बातें कर रहे हैं