श्मशान की जमीन पर कब्जा किए जाने की शिकायत लेकर कार्यालय में आए मंडनपुर के एक व्यक्ति को एसडीएम उदित पवार ने ‘मुर्गा’ बना दिया। इससे नाराज ग्रामीणों ने कार्यालय के बाहर नारेबाजी भी की। पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
मंडनपुर के कुछ और लोग भी इस व्यक्ति के साथ एसडीएम से मिलने पहुंचे थे। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में मिश्रित आबादी है। श्मशान घाट नहीं होने से अंतिम संस्कार में कठिनाई होती है। गांव में श्मशान के लिए जगह आरक्षित है, मगर दूसरे समुदाय के लोगों ने इसे कब्रिस्तान में मिला लिया है।
ग्रामीणों ने पैमाइश कराकर श्मशान की भूमि अलग करने की मांग की। आरोप है कि शिकायत सुनते ही एसडीएम भड़क गए। उन्होंने एक व्यक्ति को ‘मुर्गा’ बनवा दिया। अन्य लोगों से भी अभद्रता की। इससे नाराज ग्रामीणों ने उनके कार्यालय के बाहर नारेबाजी भी की।
वीडियो में हंसते दिख रहे एसडीएम
वायरल वीडियो में एसडीएम हंसते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने एक बार भी युवक को उठाने की कोशिश नहीं की। कार्यालय का कोई दूसरा कर्मचारी भी आगे नहीं आया।
कमिश्नर ने दिए जांच के आदेश
डीएम ने बताया कि एसडीएम उदित पवार ने कार्यालय में फरियादी को जमीन पर बैठाकर उसका अपमान किया। प्रथमदृष्टया यह लापरवाही है। उन्हें एसडीएम मीरगंज के पद से हटाते हुए जिला मुख्यालय से संबद्ध किया गया है। उनकी जगह अपर उपजिलाधिकारी देश दीपक सिंह को एसडीएम मीरगंज बनाया है। कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने भी प्रकरण की जांच के निर्देश दिए हैं।
एसडीएम ने दी यह सफाई
एसडीएम उदित पवार ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने शिकायतकर्ता को ‘मुर्गा’ बनने के लिए नहीं कहा था। वह खुद ही उनकी मेज के आगे जमीन पर ‘मुर्गा’ बन गया। साथ आए लोगों ने वीडियो बनाकर साजिश के तहत वायरल कर दिया। उधर, वायरल वीडियो में एसडीएम हंसते हुए दिख रहे हैं। आरोप है कि उन्होंने एक बार भी युवक को उठाने की कोशिश नहीं की।