इलाज में लापरवाही से घट सकती है आंखों की रोशनी ।
बांदा-देश के कई प्रांतों के साथ साथ उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद में भी आइफ़्लू का प्रकोप दिखाई दे रहा है बांदा जिला अस्पताल के नेत्र विभाग में ही सैकड़ों आइफ़्लू के मरीज रोज आ रहे ।अगर मेडिकल कालेज, पी एच सी, सी एच सी और प्राइवेट डाक्टरों के यहाँ आने वाले मरीजों की संख्या देखी जाए तो शायद ये संख्या हज़ारों में पहुंच सकती है ।
धीरे धीरे पूरे जनपद को अपनी चपेट में ले रहे इस आइफ़्लू के बारे जानकारी के लिए जिला अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डाक्टर एस पी गुप्ता से द नेटीजन न्यूज ने बातचीत की । डाक्टर एस पी गुप्ता ने बताया ये बीमारी बरसात में जल प्रदूषण और उमस की वजह से लोगों को वायरल इंफैक्शन हो रहा है, ये बीमारी एक इंसान से दूसरे को हो जाती है ।
घर मे अगर किसी भी सदस्य की आइफ़्लू हो जाये तो पूरे परिवार को होने की सम्भवना होती है । इसके बचाव के लिए चश्मा लगा के रखना चाहिए ।डाक्टर गुप्ता ने बताया कि अगर तरीके से इलाज न करवाया गया तो इस बीमारी से आंखों की रोशनी भी घट सकती है ।