सरयू का जलस्तर शुक्रवार को चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया है। इससे कछार में कटान का खतरा मंडराने लगा है। सदर तहसील के पूराबाजार इलाके में करीब 25 मकान कटान की जद में आ गए हैं। जिसके चलते लोग पलायन कर रहे हैं। वहीं, बाढ़ के खतरे को देखते हुए तहसील प्रशासन अलर्ट पर है, 24 घंटे बाढ़ क्षेत्रों की निगरानी की जा रही है।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार शाम छह बजे सरयू का जलस्तर 91.70 मीटर रिकॉर्ड किया गया। जो चेतावनी बिंदु 91.73 मीटर के करीब पहुंच गया है। बाढ़ के खतरे को देखते हुए सदर तहसील प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है।
तहसील प्रशासन के निर्देश पर शुक्रवार को बाढ़ प्रभावित गांवों के लेखपालों ने दौरा कर 42 नावों की सूची तहसील को भेजी है। इसके लिए आबादी, आवश्यकता और संवेदनशील गांवों का सर्वे किया गया है।
पूरा बाजार के बलूइया माझा के हरिकिशन, श्री किशन, राजकुमार ,रामप्रसाद , गुड्डू , भोजई उरदगी ने बताया कि नदी की धारा से अब हम लोगों का मकान मात्र 30 मीटर की दूरी पर ही हैं, कभी भी मकान नदी में समा सकता है। खेती करने वाली जमीन भी तेजी से कटान के चलते नदी में समा रही है।
रामपुर पुआरी माझा में छह से अधिक मकान कटान की कगार पर हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के मूडाडीहा माझा, उरदहवा, सलेमपुर, पूरे चेतन, पिपरी संग्राम, बस्ती माझा, मडनामाझा,बलुइया माझा, सेवरहवा लोनियाना, गिलेंट, मदरहिवा, रामपुर पुआरी माझा, पनसैवा, धनी का पुरवा, कादीपुर माझा समेत कई गांवो में बाढ़ के पानी से कटान तेज हो गई है।
रामपुर पुआरी माझा के प्रधान रमेश निषाद ने बताया कि सरयू में उफान से मकान के साथ जमीन भी कट रही है। अभी प्रशासनिक स्तर पर बाढ़ क्षेत्र में बचाव के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। तहसीलदार सदर राम प्रसाद त्रिपाठी ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी। बाढ़ प्रभावित इलाकों की निगरानी 24 घंटे की जा रही है।