गोरखपुर। नेपाल से तस्करी करके लाया जा रहा टमाटर यहां की मंडियों में भरा पड़ा है। तस्करी के ही मामले में नेपाल सीमा पर तैनात छह पर गाज भी गिर चुकी है। लेकिन, तस्करों का नेटवर्क और सिस्टम इतना मजबूत है कि किसी को कार्रवाई का कोई खौफ नहीं है।
अंदाजा इसी बात से लगा लें कि दस दिन पहले तक महेवा मंडी में रोजाना दो गाड़ियां आती थीं लेकिन, कस्टम के अफसरों के नपने के बाद अब सात से आठ गाड़ियां आने लगी हैं। बंगलुरु के टमाटर से काफी सस्ता होने के चलते नेपाली टमाटर की मांग भी ज्यादा है और व्यापारियों को इसे खपाने में बहुत मशक्कत भी नहीं करनी पड़ रही है। मंडी के जानकारों के मुताबिक रोजाना सात से आठ लाख रुपये का नेपाली टमाटर महेवा मंडी में खपाया जा रहा है।