पाकिस्तानी सेना के एक बड़े कैंप पर आतंकवादियों ने बुधवार को हमला बोल दिया. पांच आतंकवादियों का यह दस्ता पाकिस्तानी मिलिट्री कैंप में तबाही मचाते हुए अंदर तक घुस गया।
इस बाबत सामने आई तस्वीरों से भी साफ तौर पर जाहिर है कि आत्मघाती हमलावर मिलिट्री कैंप के काफी अंदर तक घुस गए थे. इन हमलावरों के पास अमेरिका से अफगानिस्तान आए घातक हथियार तथा अन्य विस्फोटक पाए गए हैं।
आतंकवादियों का यह घातक हमला इतना जोरदार था कि पाकिस्तानी सेना के 12वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आसिफ गफूर खान को झोब कैंट में विशेष ऑपरेशन दस्ते के साथ आकर मोर्चा संभालना पड़ा।
आतंकवादियों के इस हमले में सेना के 9 जवान मारे गए. इनमें सूबेदार सिकंदर, नायब सूबेदार मुस्तफा, हवलदार उस्मान, नायक जावेद, सिपाही मसूद शामिल हैं. यह सब पाकिस्तानी सेना के 60वीं पंजाब और 29वी पंजाब बटालियन से संबंधित है।
पाकिस्तानी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल द्वारा मोर्चा संभालने जाने के बाद पाकिस्तानी सेना ने सभी आत्मघाती हमलावरों को मार गिराया. पाकिस्तानी सेना को आरंभिक जांच के दौरान पता चला है कि यह आतंकवादी नशीले पदार्थों के नशे में चूर थे. मौके पर इनके पास से बरामद क्रिस्टल मेथ और कैपटागन जैसे कई अन्य अवैध नशीली दवाई एवं पदार्थ बरामद हुए हैं।
तहरीक -ए- जिहाद पाकिस्तान ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तानी सेना के कैंप में आत्मघाती हमला करने की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन तहरीक -ए- जिहाद पाकिस्तान ने ली है. हालांकि इसके पहले आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने भी यह जिम्मेदारी ली थी. लेकिन उसके फौरन बाद तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान संगठन के आलाकमान ने जिम्मेदारी लेने वाले अपने दल के एक बड़े कमांडर असद अफरीदी को बर्खास्त कर दिया. साथ ही यह भी कहा कि यह हमला तरीके जिहाद पाकिस्तान द्वारा किया गया था जो उनका सहयोगी संगठन है।