देश के कई राज्यों में मानसूनी बारिश ने तबाही मचा दी है। कई नदी नाले उफान पर है तो कई सड़कों पर पानी भरने की वजह से आवाजाही प्रभावित हो रही है।
सबसे ज्यादा हिमाचल प्रदेश में हालात बदतर हो गई है। यहां 3 दिनों से हो रही भारी बारिश से कई चीजों को नुकसान पहुंचाया है।
भारी बारिश की वजह से यहां कई दुकानें और कारें पानी में बह गई।
वहीं मंडी जिले से चंडीगढ़ और मनाली नेशनल हाइवे लैंडस्लाइड के कारण बंद कद दी गई है। हांलकि अब थोड़ी बारिश से राहत मिली है।
वहीं कुल्लू की खराहल घाटी के बुरगणी नाला और लगघाटी की डुघीलग खणीपांद में बादल फटने से प्लम, जापानी फल और उपजाऊ भूमि को नुकसान हुआ है।
जलस्तर कम होने से ब्यास में नौ शव मिले हैं। सेऊबाग में चार, भुंतर और जिया में दो-दो और टलोगी में एक शव बरामद हुआ है।
जिले के मनाली, मणिकर्ण और बंजार घाटी में 17,000 पर्यटक अभी भी फंसे हैं।
हालांकि अब कुल्लू-मनाली के बीच वैकल्पिक मार्ग खुलने से पर्यटक धीरे-धीरे निकलने लगे हैं। शाम तक मनाली से 800 पर्यटक वाहन मंडी निकाले गए।
उधर, सिरमौर जिले के उपमंडल संगड़ाह के डूंगी गांव में निर्मला देवी (35) उर्फ गुड्डी घर के समीप बने शौचालय के बाहर नल से हाथ धो रही थी कि पहाड़ी से गिरे मलबे की चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
वहीं, शिमला के रोहड़ू में ढहे घर के मलबे में दबने से भी एक महिला की मौत हो गई है।