फिल्म ‘आदिपुरुष’ अपनी रिलीज के साथ ही चर्चा का हिस्सा बन गई है। फिल्म रिलीज होते ही विवादों से घिरा हुआ है। रामायण की महागाथा पर आधारित ‘आदिपुरुष’ में भगवान राम और मां सीता के वनवास, और रावण संग राम की लड़ाई को दिखाया गया है। फिल्म को लेकर दर्शकों में जो उत्साह था वो थिएटर्स में नहीं दिख रहा है।
वहीं इस फिल्म को कई शहरों में बैन करने का ऐलान भी कर दिया हैं। अलग अलग शहरों में हिंदू संगठन के लोगों ने फिल्म को लेकर काफी विरोध जता रहे हैं और इसे थिएटर्स में नहीं दिखाने की मांग कर रहे हैं। अरबों रुपये के बजट से बनी फिल्म आदिपुरुष बड़े परदे पर रिलीज तो हो गई है, लेकिन साथ में विवादों का पिटारा भी लेकर आई है।
आरोप है कि फिल्म में मर्यादापुरुषोत्तम राम के साथ और रामायण की मूल भावना के साथ मजाक किया गया है। हिंदू सेना की तरफ से दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म के खिलाफ जनहित याचिका दाखिल की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि इस फिल्म की वजह से रामायण, भगवान श्रीराम और देश की संस्कृति का मजाक बन रहा है।
फिल्म आदिपुरुष को लेकर भाजपा नेता और सांसद मंत्री गोविंद राजपूत के बेटे आकाश राजपूत ने भी कहा कि हमें उम्मीद थी कि यह फिल्म (आदिपुरुष) युवाओं को भगवान राम से जोड़ेगी। हालांकि, इस फिल्म का भगवान राम से कोई संबंध नहीं है। यह सनातन धर्म के खिलाफ है। फिल्म में भगवान राम, भगवान हनुमान, देवी सीता और अन्य देवताओं को आपत्तिजनक तरीके से दिखाया गया है।
हम इसकी निंदा करते हैं। युवा इस फिल्म को कॉमेडी के रूप में लेंगे… मैं पीएम और सभी राज्य सरकारों से इस फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध करता हूं।
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