गुजरात के बाद चक्रवाती तूफान बिपरजॉय राजस्थान के कई इलाकों में कहर मचा रहा है। पिछले 24 घंटों से हो रही भारी बारिश और तेज हवाओं ने रेगिस्तान के बाड़मेर जिले को झकझोर कर रख दिया है। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बनने से 500 से अधिक गांवों में ब्लैक आउट घोषित कर दिया है। पाकिस्तान से सटे बॉर्डर के गांवों में सैकड़ों कच्चे घर ढह गए हैं। कई इलाकों में 5 से 7 फीट पानी घरों में घुस गया है। फिलहाल NDRF-SDRF की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। मौसम विभाग ने यहां अगले 12 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।मौसम विभाग ने बाड़मेर, जालोर और सिरोही में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। पाली और जोधपुर के लिए “ऑरेंज अलर्ट” जारी किया गया है। वहीं जैसलमेर, बीकानेर, चूरू, सीकर, नागौर, झुंझुनू, अजमेर, उदयपुर, राजसमंद, जयपुर, जयपुर शहर, दौसा, अतूफान की वजह से बिजली के खंभे गिरने और बाढ़ जैसे हालातों के बीच बाड़मेर के 500 से अधिक गांवों में पिछले 24 घंटे से बिजली गुल है। जिसके चलते कई गांवों से लोगों का संपर्क टूट गया है। गांवों में ब्लैक आउट घोषित कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से लगातार कोशिश की जा रही है कि किसी भी तरीके से गांव की बिजली शुरू की जाए, लेकिन लगातार बारिश और तेज हवाओं ने प्रशासन का सारा खेल बिगाड़ दिया है।लवर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।तूफान की वजह से बिजली के खंभे गिरने और बाढ़ जैसे हालातों के बीच बाड़मेर के 500 से अधिक गांवों में पिछले 24 घंटे से बिजली गुल है। जिसके चलते कई गांवों से लोगों का संपर्क टूट गया है। गांवों में ब्लैक आउट घोषित कर दिया गया है। प्रशासन की ओर से लगातार कोशिश की जा रही है कि किसी भी तरीके से गांव की बिजली शुरू की जाए, लेकिन लगातार बारिश और तेज हवाओं ने प्रशासन का सारा खेल बिगाड़ दिया है।
चक्रवात बिपारजॉय के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे (NWR) जोन में रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। रेलवे ने अमृतसर-गांधीधाम एक्सप्रेस, जोधपुर-भीलडी एक्सप्रेस, वलसाड-भीलडी एक्सप्रेस, जोधपुर-पालनपुर एक्सप्रेस, जोधपुर-पालनपुर एक्सप्रेस, बाड़मेर-मुनाबाव एक्सप्रेस, मुनाबाव-बाड़मेर एक्सप्रेस सहित 13 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
NDRF और SDRF की टीमें तैनात
बिपरजॉय ने जालौर में भी जलजला मचाया। शुक्रवार देर रात तूफान की एंट्री के बाद से यहां तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक सांचौर मे 150 MM से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। वहीं चितलवाना और रानीवाड़ा में 200 MM बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के चलते जिले में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। प्रशासन की ओर से लोगों से सुरक्षित रहने की अपील की गई है। रानीवाड़ा में तेज बारिश और आंधी से जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली सड़क पर कई पेड़ गिर गए हैं। सांचौर और चितलवाना के नेहड़ में प्रभावित इलाकों में राज्यमंत्री सुखराम विश्नोई ने दौरा कर वहां तैनात NDRF और SDRF टीम को निर्देशित किया है।
भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते ग्रामीण इलाकों में कई कच्चे मकान गिर गए हैं। कई घरों में पानी भर गया है। उपखंड अधिकारी संजीव कुमार खेदर ने बताया कि बिपरजॉय की शुक्रवार देर रात राजस्थान में एंट्री हुई थी। प्रशासन की अलग-अलग टीमें मुस्तैद हैं। कई हिस्सों में बिजली सप्लाई बाधित हो गई है।
महज 24 घंटों में हुई 3 महीनों की बारिश
तूफान ने बाड़मेर पर किस तरह कहर बरपाया है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाड़मेर में बारिश के पूरे सीजन में करीब 250 MM बारिश होती है, लेकिन इस तूफान के चलते पिछले 24 घंटों में 1266 MM बारिश हुई है। बाड़मेर के चौहटन में सबसे ज्यादा 262 MM बारिश रिकॉर्ड की गई।